डिजिटल मीडिया का ओवरयूज दे रहा क्रोनिक टेंशन
कानपुर(ब्यूरो)। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन कानपुर चैप्टर की ओर से दो साल बाद सीपीजी कोर्स का शुभारंभ मेडिकल कॉलेज कैंपस में विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने किया। इस दौरान उन्होंने डॉक्टर्स को मेडिकल रिसर्च और अवेयरनेस पर जोर देने की सलाह दी।
सिरदर्द की कई वजहें
मैक्स हॉस्पिटल दिल्ली में न्यूरोलॉजिस्ट डॉ। पुनीत अग्रवाल ने सिरदर्द को लेकर जानकारी दी कि 50 परसेंट लोगों को साल में कम से कम एक बार सिरदर्द तो जरूर होता है। इसकी अलग अलग वजहें होती हैं। जैसे माइग्रेन, स्ट्रेस, ब्रेन में ब्लड क्लॉटिंग, ब्रेन में स्वैलिंग, ट्यूमर। उन्होंने बताया कि अब सिरदर्द से निजात दिलाने के लिए दवाओं के इतर कई डिवाइस भी आ गई हैं। उन्होंने बताया कि माइग्रेन के कई ट्रिगर फैक्टर हैं। जैसे खाली पेट रहना, नींद पूरी न लेना, तेज गर्मी या बिना वेंटीलेशन की जगह पर रहना। डिहाईड्रेशन आदि। उन्होंने कहा कि अब क्रोनिक प्रेशर टेंशन के काफी पेशेंट भी आते हैं। इसकी वजह ज्यादा स्ट्रेस होती है। जो डिजिटल मीडिया के ओवर यूज से भी होती है। उन्होंने जोर दिया कि नींद जरूर पूरी लें। साथ ही रात में डिनर हल्का लें। उन्होंने कहा कि सिरदर्द होने पर डिस्प्रिन जैसी दवाएं लेने से बचना चाहिए।
इंडोवैस्कुलर सर्जरी से खतरा कम
सीपीजी में हार्ट सर्जरी पर हुए एक सेशन में एलपीएस इंस्टीटयूट ऑफ कार्डियोलॉजी में सीवीटीएस डिपार्टमेंट के हेड प्रो.राकेश वर्मा ने बताया कि पहले जहां एरोटा के ऑपरेशन में 12 घंटे का वक्त और एक दर्जन से ज्यादा यूनिट ब्लड लगता था। वहीं अब इंडोवैस्कुलर हार्ट सर्जरी में एरोटिक डिसीज के ऑपरेशन ज्यादा आसान हो गए हैं। एलपीएस इंस्टीटयूट ऑफ कार्डियोलॉजी में इस तकनीक से सफल हार्ट सर्जरी की जा रही है।
आगरा मेडिकल कॉलेज मेें नेफ्रोलॉजी के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ। अपूर्व जैन ने बताया कि डायबिटीज एक साइलेंट पैनडेमिक है। जो शुरुआत में एसिंप्टोमैटिक होती है, लेकिन बाद में यह किडनी से लेकर दूसरे आर्गन्स को भी प्रभावित करती है। आईएमए सीपीजी के डायरेक्टर डॉ। जयंत वर्मा और चेयरमैन आईएमए हॉस्पिटल बोर्ड ऑफ इंडिया डॉ। शरद अग्रवाल, मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल प्रो। संजय काला, आईएमए प्रेसीडेंट डॉ। बृजेंद्र शुक्ला, सीजीपी के असिस्टेंट डायरेक्टर डॉ.पीयूष मिश्र, आईएमए सेकेट्री डॉ। देबज्योति देबरॉय, सीजीपी की सेकेट्री डॉ। शालिनी मोहन, डॉ। विकास मिश्रा प्रमुख रूप से मौजूद रहे।