रेलवे क्रॉसिंग तक पर बना डाले अवैध स्टैंड
कानपुर(ब्यूरो)। पुलिस की सरपरस्ती से सिटी के चौराहों के आसपास ही नहीं बल्कि रेलवे क्रासिंग पर भी अवैध टेंपो स्टैंड काबिज हो चुके हंै। जीटी रोड स्थित गुटैया रेलवे क्रासिंग के साथ सिटी के एक दर्जन से अधिक रेलवे क्रासिंग पर अवैध टेम्पो स्टैंड चल रहे हैं। जिनकी वजह से राहगीरों को रोज जाम की समस्या फेस करनी पड़ती है। यह अवैध स्टैंड यहां सालों से संचालित हो रहे हंै। शासन के सख्त होने पर यहां पर स्थानीय पुलिस सिर्फ दिखावे के लिए कार्रवाई करती है।
आदेश पर सिर्फ खानापूर्ति
सीएम ने दो दिन पूर्व आदेश जारी कर 48 घंटे में सिटी के सभी अवैध स्टैंड को हटाने को कहा था। आदेश के 48 घंटे लगभग हो गए हैं। इस दौरान ट्रैफिक व स्थानीय पुलिस ने अपने-अपने क्षेत्र में आने वाले अवैध टेम्पो व ऑटो स्टैंड पर सिर्फ फोटो खिंचवाने के लिए अभियान के नाम पर खानापूर्ति कर दी है। इस फोटो के आधार पर शासन की आंखों में धूल झोकने की कोशिश की जा रही है कि सभी अवैध टेम्पो व ऑटो स्टैंड को हटा दिए गया है।
रोड नहीं क्रासिंग पर खड़ी कर देते टेंपो
गुटैया रेलवे क्रासिंग के दोनों तरफ अवैध टेम्पो स्टैंड सालों से काबिज हैं। जिनको हटाने के लिए कई बार अभियान चला लेकिन कुछ घंटों के बाद ही फिर से काबिज हो जाते हैं। यहां टेम्पो चालकों की इस कदर अराजकता है कि वह सडक़ तो दूर क्रासिंग पर टेम्पो खड़ी कर पैसेंजर्स को बैठाते हैं। जिससे हादसे का खतरा बना रहता है। बड़ी बात तो यह है कि क्रासिंग के दोनो तरफ 50 मीटर की दूरी पर ट्रैफिक का स्टाफ तैनात होता है। इसके बावजूद यहां जाम की स्थिति पूरा दिन बनी रहती है।
गुटैया क्रासिंग हो या फिर जरीब चौकी, सिटी में ऐसी कई रेलवे क्रासिंग हैं। जहां पर अवैध टेम्पो व ऑटो स्टैंड चल रहा है। टेम्पो व ऑटो की अराजकता की वजह से यहां पर क्रासिंग बंद होने के बाद लंबा जाम लगता है। जिससे छुटकारा पाने के लिए राहगीरों को आधा घंटे से अधिक का समय लग जाता है। क्रॉसिंग पर जाम में फंस कर कई मरीजों की जान तक जा चुकी है। इसके बावजूद ट्रैफिक विभाग व स्थानीय पुलिस इस गंभीर समस्या के प्रति ठोस कदम नहीं उठाते हैं।
स्थानीय पुलिस की बड़ी भूमिका
सिटी में संचालित होने वाले अवैध टेम्पो स्टैंड में स्थानीय पुलिस की क्या भूमिका रहती है, यह पब्लिक के साथ सभी पुलिस अधिकारी भी जानते हैं। इसके बावजूद इस समस्या का समाधान सालों से नहीं निकल पाया है। कुछ साल पहले इस समस्या पर लगाम लगाने की जिम्मेदारी तत्कालीन एसएसपी ने स्थानीय थानेदारों की दी थी। साथ ही इसकी जवाबदेही तय की थी लेकिन उके ट्रांसफर के बाद योजना पर पानी फिर गया।
-जरीब चौकी रेलवे क्रासिंग
-गुटैया रेलवे क्रासिंग
-कल्याणपुर रेलवे क्रासिंग
-गुरुदेव रेलवे क्रासिंग
-चकेरी रेलवे क्रासिंग
-दादानगर रेलवे क्रासिंग