स्मार्ट क्लासेस से होगी आईआईटी की प्रेपरेशन
-सर्वर पर हजारों ई बुक्स के साथ 100 से ज्यादा पेपर भी होंगे अपलोड, कॉम्पिटीशन की तैयारी में मदद
-स्मार्ट सिटी के तहत 6 स्मार्ट क्लासेस को बनाया जाएगा और भी स्मार्ट, 3 लैंग्वेज में पढ़ सकेंगे स्टूडेंट KANPUR: स्मार्ट सिटी के तहत बनी ई-पाठशालाएं अब पहले से कहीं ज्यादा एडवांस और स्मार्ट होंगी.स्टूडेंट आईआईटी समेत दूसरे कॉम्पिटेटिव एग्जाम की तैयारी कर सकेंगे। इसके लिए सर्वर पर हजारों ई-बुक्स अपलोड कर दी गईं हैं। स्मार्ट क्लासेस की निगरानी कंट्रोल रूम से होगी। स्मार्ट क्लास में हिन्दी, इंग्लिश और उर्दू में स्टूडेंट्स को पढ़ाए जाने की सुविधा भी होगी। ऑनलाइन एग्जाम के लिए डिफरेंट सब्जेक्ट के 100 तरह के पेपर भी अपलोड किए जा रहे हैं। यह भी सुविधा है कि अगर स्कूल के प्रिंसिपल चाहें तो सर्वर से ही सब्जेक्ट के हिसाब से अपनी इच्छा मुताबिक पेपर तैयार कर सकेंगे। बच्चे देंगे ऑनलाइन फीडबैकस्मार्ट क्लासेस में बच्चे ऑनलाइन फीडबैक भी दे सकेंगे। उन्हें क्या और जरूरत है और किस तरह की समस्या आ रही है इसकी जानकारी देने पर स्मार्ट सिटी द्वारा सर्वर पर ऑनलाइन ही टेक्निकल प्रॉब्लम्स को दूर किया जाएगा। इसके लिए क्लास तक जाने की जरूरत नहीं है बल्कि स्मार्ट सिटी के कंट्रोल से ही सारी सुविधाएं मुहैया करा दी जाएंगी।
पेरेंट्स के पास आएंगे मैसेज
पेरेंट्स के मोबाइल पर भी स्मार्ट सिटी द्वारा मैसेज भेजे जाएंगे। इसमें बताया जाएगा कि आपका बच्चा किस मामले में बेहतर है और किस सब्जेक्ट पर पढ़ने में कमजोर है। उसकी खूबियों और कमजोरियों को भी डिटेल में फीडबैक पेरेंट्स को दिया जाएगा। इस सुविधा के जरिए पेरेंट्स को सीधे स्मार्ट सिटी से जोड़ने की कवायद की जा रही है। बायोमैट्रिक अटेंडेंस लगेगी स्मार्ट क्लासेस में स्टूडेंट्स की बायोमैट्रिक अटेंडेंस की सुविधा भी दी जाएगी। इससे यह पता चल सकेगा कि ई-क्लासेज में बच्चे कितनी रुचि ले रहे हैं और स्कूल जाने में उनकी दिलचस्पी है या नहीं। अगर कोई स्टूडेंट रेगुलर अब्सेंट रहेगा तो पेरेंट्स को मैसेज के जरिए जानकारी दी जाएगी। कई स्कूलों की गिरी छत नगर निगम के कई स्कूलों की छत पूरी तरह से जर्जर हैं। यहां बिना देखे ही जर्जर छतों के नीचे स्मार्ट क्लास बना दी गई है। स्मार्ट सिटी सोर्सेज के मुताबिक कुछ महीने पहले चुन्नीगंज स्थित स्कूल की छत गिर गई थी। गनीमत थी कि उस वक्त कोई मौजूद नहीं था। अब सभी छतों की मरम्मत के निर्देश जारी किए गए हैं। इस पर काम शुरू भी कर दिया गया है।इन स्कूल्स में बनाई गई स्मार्ट क्लास
- एमजी महिला इंटर कॉलेज, सिविल लाइंस - कैलाशनाथ बालिका इंटर कॉलेज, सिविल लाइंस - डीएवी इंटर कॉलेज, सिविल लाइंस - नगर निगम महिला इंटर कॉलेज, सिविल लाइंस - प्राइमरी गर्ल्स स्कूल फर्स्ट, खलासी लाइन -डीपीएस, नवाबगंज स्मार्ट क्लासेज की निगरानी सीधे स्मार्ट सिटी के कंट्रोल रूम से की जाएगी। कुछ स्कूल्स की फाल्स सीलिंग गिर गई थी। अब वहां छतों को नए सिरे से बनाया जाएगा। कई नई सुविधाओं से ई-पाठशालाओं को ज्यादा स्मार्ट बनाया जा रहा है। -राहुल सब्बरवाल, आईटी मैनेजर, कानपुर स्मार्ट सिटी।