डिजिटल लर्निग को आसान बनाएगा आईआईटी
- आईआईटी कैम्पस में बनाया जा रहा है डिजिटल लर्निग सेंटर, प्रो। अमय करकरे होंगे इंचार्ज
- ऑनलाइन एजूकेशन को और बेहतर बनाने की कवायद, तकनीकी संस्थानों से भी लेंगे सहयोगKANPUR: कोविड 19 के आउटब्रेक की वजह से एजूकेशन देने का जरिया पूरी तरह से बदल गया है। सभी जगह आफलाइन की जगह ऑनलाइन पढ़ाई पर ज्यादा फोकस है। डिजिटल कंटेंट स्टूडेंट्स को अवलेबल कराया जा रहा है। स्टूडेंट्स की पढ़ाई जूम, गूगल मीट के अलावा अन्य इंटरनेट मीडिया के माध्यम से जारी है। अब इसको और अधिक समृद्ध बनाने की तैयारी है। स्टूडेंट्स को दिक्कत न हो समझने में इसलिए डिजिटल लर्निग को आईआईटी कानपुर आसान बनाने जा रहा है। इसके लिए आईआईटी कानपुर में डिजिटल लर्निंग सेंटर बनेगा। जहां डिजिटल कंटेंट को बढ़ावा दिया जाएगा। पढ़ाई को ऑनलाइन मोड पर और बेहतर करने की योजना है। कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनिय¨रग के प्रो। अमय करकरे को इसका इंचार्ज बनाया गया है।
एल्युमिनाई का लिया जा रहा सहयोगआईआईटी कानपुर और एल्युमिनाई के सहयोग से दिल्ली और प्रदेश के कई सरकारी स्कूलों में पढ़ाई की व्यवस्था को बहुत हीच्अच्छा किया गया है। स्टूडेंट्स को रोबोटिक्स, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, मशीन लर्निंग, ड्रोन तकनीक की जानकारी दी जा रही है। उन्हें स्टार्टअप के बारे में बताया जा रहा है। छात्रों ने भी टैलेंट का प्रदर्शन किया है।
वर्चुअल तरीके से लैब वर्क यहां के एक्सपर्ट मौजूदा हालात को देखते हुए आनलाइन पढ़ाई, लेबोरेट्री के वर्क को वर्चुअली तरीके से करा रहे हैं। इसी तरह की व्यवस्था संस्थान के बीटेक, एमटेक और पीएचडी छात्रों के लिए तैयार की जा रही है। कोरोना संक्रमण के चलते स्टूडेंट इंस्टीट्यूट नहीं आ पाए हैं, जबकि उनका लैब वर्क नहीं हो सकता है। उनके लिए घर बैठे ही वर्चुअल तरीके से लैब कार्य को कराया जाएगा। टूल्स डिजाइन किए उसके लिए कई तरह के टूल्स डिजाइन किए गए हैं। स्टूडेंट उनकी मदद से परीक्षण कर सकेंगे। स्टूडेंट्स के लिए लाइब्रेरी को पहले ही डिजिटल किया जा चुका है। डायरेक्टर प्रो। अभय करंदीकर ने बताया कि आनलाइन मोड पर पढ़ाई को बेहतर किया जा रहा है। स्टूडेंट्स को काफी लाभ मिलेगा।