टीचर्स की कमी से आईआईटी को झटका
- क्यूएस एशिया यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2021 में आईआईटी कानपुर को मिला देश में सातवां स्थान
- पिछले वर्ष थी देश में छठवीं रैंकिंग, आईआईटी बांबे रहा देश में नंबर वन, दूसरे नंबर पर दिल्ली KANPUR: फैकल्टी की कमी का खामियाजा आईआईटी कानपुर को नेशनल व इंटरनेशनल लेवल पर उठाना पड़ रहा है। देश-दुनिया में रिसर्च, एजूकेशन, स्टार्टअप को लेकर छाया रहने वाला आईआईटी कानपुर रैकिंग में एक पायदान नीचे चला गया है। क्यूएस एशिया यूनिवर्सिटी रैकिंग 2021 में संस्थान को सातवां स्थान मिला है। जबकि पिछले साल वह छठवें पायदान पर था । उधर दिल्ली यूनिवर्सिटी ने अपनी रैकिंग में सुधार किया गया है । सातवें से छठवें स्थान पर पहुंच गया है। सिंगापुर यूनिवसिर्टी टॉप परदेशभर के संस्थानों और यूनिवर्सिटीज की बात करें तो रैकिंग में सबसे ऊपर आईआईटी बांबे (मुंबई) है, वहीं दूसरे नंबर पर आईआईटी दिल्ली है। तीसरे नंबर आईआईटी मद्रास (चेन्नई), चौथे पर इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु और आईआईटी खड़गपुर पांचवें नंबर पर है। इसी तरह एशिया स्तर पर ¨सगापुर की नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ ¨सगापुर सबसे ऊपर है। दूसरे नंबर पर ¨सगहुआ यूनिवर्सिटी, तीसरे नंबर पर ¨सगापुर की नयंग टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी है। चौथे पर हांगकांग यूनिवर्सिटी और पांचवें पर चीन की जेजियांग यूनिवि1र्सटी है।
आईआईएस को 56वीं रैंक
पिछले साल की रैं¨कग में नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ सिंगापुर पहले, नयंग टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी दूसरे, हांगकांग यूनिवर्सिटी तीसरे, ¨सगहुआ यूनिवर्सिटी चौथे और चीन की पेकिंग यूनिवर्सिटी पांचवें स्थान पर रही थी। उधर, एशिया स्तर पर आईआईटी बांबे 37वीं रैंक पर है, जबकि आईआईटी दिल्ली 47वीं और आईआईटी मद्रास (चेन्नई) 50 वीं रैंक पर है। इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु की 56वीं रैंक आई है तो आईआईटी खड़गपुर 58वें रैंक पर है। ये है रैकिंग का आधार रिसर्च वर्क्स, एजूकेशनल एक्टिविटीज , नेशनल व इंटरनेशनल सेमिनार, स्टूडेंट्स-टीचर्सं का रेशियो ----------------- फैकल्टी की कम संख्या से घटती रैकिंग आईआईटी कानपुर के अधिकारियों के मुताबिक, रिसर्च, टीचर, राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम, सेमिनार, एमओयू आदि तो यहां काफी संख्या में होते हैं। स्टार्टअप के मामले में भी बेहतर प्रदर्शन रहता है, लेकिन स्टूटेंस के मुकाबले टीचर्स की संख्याकम होने के कारण अक्सर पिछड़ जाते हैं। यहां से बेहतर रेशियो आईआईटी दिल्ली, मद्रास और बांबे में है। खड़गपुर और कानपुर की टक्कर रहती है। पिछले वर्ष क्यूएस वर्ल्ड रैं¨कग में आईआईटी कानपुर ने खड़गपुर को एक पायदान पीछे छोड़ा था। ---------- एशिया लेवर रैंकिंग संस्थान/विश्वविद्यालय रैं¨कगआईआईटी कानपुर 72
आईआईटी बांबे 37 आईआईटी दिल्ली 47 आईआईटी मद्रास 50 आईआईएससी बेंगलुरु 56 आईआईटी खड़गपुर 58 दिल्ली विश्वविद्यालय 71 जेएनयू 81 आईआईटी रुड़की 103 आईआईटी गुवाहाटी 117 हैदराबाद विश्वविद्यालय 142 ::::