आईआईटी कानपुर के पूर्व स्टूडेंट और फेलो पुरस्कार विजेता जगजीत सिंह बिंद्रा ने आईआईटी कानपुर के केमिस्ट्री डिपार्टमेंट में यूनिट ऑपरेशंस एंड इनोवेशन लैब का इनॉग्रेशन किया. इस लैब में स्टूडेंट्स के अध्ययन के लिए अत्याधुनिक उपकरण हैं. उन्होंने इसके उन्नयन और रखरखाव के लिए एक करोड़ रुपये दान भी किए हैं.

कानपुर (ब्यूरो) आईआईटी कानपुर के डायरेक्टर प्रो। अभय करंदीकर ने कहा कि यह लैब अब तैयार है और स्टूडेंट्स को उनकी पढ़ाई और रिसर्च को आगे बढ़ाने के लिए उन्नत सुविधाएं प्रदान करेगी। उन्होंने इसके रखरखाव के लिए 1 करोड़ रुपये दान भी किए हैं।

स्टूडेंट्स को नई दिशा
जगजीत सिंह बिंद्रा ने कहा, यह प्रयोगशाला सटीकता के स्तर के साथ प्रयोग की सुविधा और शिक्षण के नए अवसर प्रदान करती है, जो पहले आसानी से उपलब्ध नहीं थे। लेकिन इससे भी ज्यादा छात्र इस लैब का मालिकाना हक लेंगे। वे चारों ओर बैठेंगे और इस बारे में बात करेंगे कि वे इसमें कैसे सुधार कर सकते हैं। वे कैसे कुछ नया कर सकते हैं और नई चीजें बना सकते हैं।

2020 में किया सम्मानित
बिंद्रा को आईआईटी कानपुर के निदेशक प्रो। अभय करंदीकर द्वारा इंस्टीट्यूट फेलो 2020 के रूप में भी सम्मानित किया गया। जगजीत सिंह बिंद्रा ल्योंडेल बेसल इंडस्ट्रीज एनवी और एचपीसीएल-मित्तल एनर्जी लिमिटेड के बोर्ड मेम्बर हैं। वह एडिसन इंटरनेशनल और सदर्न कैलिफोर्निया एडिसन- संयुक्त राज्य अमेरिका की सबसे बड़ी विद्युत उपयोगिताओं में से एक के निदेशक भी हैं।

Posted By: Inextlive