आईआईटी कानपुर और यूएसए की बफेलो यूनिवर्सिटी साथ मिल कर बायोइंजीनियरिंग और बायोमेडिसिन के एरिया में रिसर्च करेंगी. फ्राइडे को दोनों इंस्टीट्यूट्स के बीच एमओयू साइन हो गया है.एमओयू के तहत दोनों इंस्टीट्यूट्स साथ मिल कर आईआईटी में एक्सीलेंस सेंटर बनाएंगे.


कानपुर (ब्यूरो) डायरेक्टर प्रो। अभय करंदीकर और बफेलो यूनिवर्सिटी के एक्जीक्यूटिव वाइस प्रेसीडेंट और प्रोवोस्ट प्रो। ए स्काट ने एमओयू पर साइन किया। आईआईटी डायरेक्टर ने बताया कि बफेलो यूनिवर्सिटी से एमओयू होने से रिसर्च की एक्टिविटीज मेें तेजी आएगी। एकेडमिक और रिसर्च के एरिया में फ्यूचर की डिमांड को देखते हुए यह एमओयू हुआ है। दोनों इंस्टीट्यूट मिलकर एक्सीलेंस सेंटर में रिसर्च पर जोर देंगे जो बायोसाइंस में इन-विट्रो (कोशिकाओं संबंधी) और और इन विवो (जानवरों के साथ किए जाने वाले अध्ययन) पर टेक्नोलॉजी और कंटेंट डेवलप किया जाएगा। इस मौके पर प्रो। वेणु गोविंदराजू, प्रो केम्पर लुईस, प्रो पारस प्रसाद, प्रो.धीरेंद्र कट्टी, प्रो। शलभ और प्रो.कांतेश बलानी आदि मौजूद रहे।पीएचडी स्टूडेंट्स को मिलेगी हेल्प
एमओयू के तहत दोनों इंस्टीट्यूट के पीएचडी स्टूडेंट्स एक दूसरे के इंस्टीट्यूट्स में जाकर काम कर सकेंगे। ट्रेनिंग के अलावा ज्वाइंट वर्कशॉप भी आयोजित की जाएंगी। प्रो करंदीकर ने बताया कि बफेलो यूनिवर्सिटी और आईआईटी की एकेडमिक रिलेशन छह साल पुराना है। दोनों इंस्टीट्यूट पहले से ही अपने कई सब्जेक्ट्स में रिसर्च स्टूडेंट्स को रिसर्च का मौका देते आ रहे हैैं।

Posted By: Inextlive