भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान आईआईटी के प्रतिनिधिमंडल निदेशक प्रो. अभय कंरदीकर के निर्देशन में 15 दिन के भ्रमण कार्यक्रम के तहत अमेरिका पहुंचा है. मंडे को न्यूयार्क में भारतीय वाणिज्य दूतावास में आयोजित एक प्रोग्राम में प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने संस्थान के एक्स स्टूडेंट्स का सम्मान किया.


कानपुर (ब्यूरो) आईआईटी के एक्स स्टूडेंट सदैव संस्थान की मदद के लिए आगे आते रहे हैं। संस्थान में बन रहे स्कूल आफ मेडिकल रिसर्च एंड टेक्नोलाजी के लिए पूर्व छात्रों ने ही अब तक करीब साढ़े तीन सौ करोड़ रुपये की आर्थिक मदद दी है। संस्थान में पूर्व छात्रों का सहयोग और नई तकनीक व नवाचारों को बढ़ाने के लिए आठ मई को निदेशक प्रो। अभय करंदीकर के साथ आइआइटी फाउंडेशन के अध्यक्ष राजीव रंजन, प्रो। एस गणेश, प्रो। योगेश एम जोशी व कपिल कौल अमेरिका के भ्रमण पर गए हैं। इसी कार्यक्रम के तहत मंडे को न्यूयार्क में 75 एक्स स्टूडेंट्स के साथ एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान एक्स स्टूडेंट्स के साथ संस्थान के प्रोफेसरों ने तमाम ङ्क्षबदुओं पर बातचीत की।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि भारतीय महावाणिज्य दूत रणधीर जायसवाल रहे। उप महावाणिज्य दूत डा। वरुण जेफ भी आए। निदेशक के मुताबिक उन्होंने पूर्व छात्रों को संस्थान के विकास से अवगत कराया और कई नई योजनाओं के लिए उनका समर्थन मांगा। इस दौरान विशिष्ट पूर्व छात्रों रंजन टंडन, डा। देव जुनेजा, प्रो। शिव पंवार को सम्मानित किया गया। ये तीनों एक्स स्टूडेंट संस्थान में आयोजित हुए विशिष्ट एक्स स्टूडेंट और विशिष्ट सेवा पुरस्कार समारोह में शामिल नहीं हो सके थे। डा। देव जुनेजा और अनिल बंसल ने पूर्व छात्रों से संस्थान के लिए भी योगदान करने का आग्रह किया।

Posted By: Inextlive