आईआईटी के 62वें फाउंडेशन डे पर चीफ गेस्ट शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ऑनलाइन जुड़े. उन्होंने आईआईटी की टेक्नोलॉजी और रिसर्च की सराहना की. उन्होंने कहा कि कोरोना काल में अत्याधुनिक वेंटीलेटर का निर्माण और ड्रोन से दवाएं और वैक्सीन दुर्गम क्षेत्रों में पहुंचाकर आईआईटी ने समाज हित में कार्य किया है. प्रोग्राम ऑनलाइन और ऑफलाइन किया गया.


कानपुर (ब्यूरो) निदेशक प्रो। अभय करंदीकर व बीओजी के चेयरमैन डा। राधाकृष्णन ने एल्युमिनी अवार्ड 1994 बैच के पुरातन स्टूडेंट व रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को देकर सम्मानित किया। वह ऑनलाइन शामिल हुए। 1969 में केमिकल इंजीनियङ्क्षरग से बीटेक करने वाले जगजीत ङ्क्षसह ङ्क्षबद्रा को इंस्टीट््यूट फेलो का अवार्ड मिला। ङ्क्षबद्रा यूएसए से जुड़े। तकनीकी रूप से आगे बढऩे की जरूरतरेलमंत्री ने कहा कि संस्थान के सभी प्रोफेसर, खास तौर पर प्रो। सदागोपन आज भी याद हैं। उन्होंने मल्टीमीडिया डेटा बेस मैनेजमेंट सिस्टम के बारे में जानकारी दी थी। तब वह जादू लगता था, अब सब सच हो रहा है। तकनीकी रूप से आगे बढऩे की जरूरत है।

Posted By: Inextlive