आईआईटी कानपुर के विशेषज्ञ लद्दाख में उपलब्ध संसाधनों और वहां की जरूरतों के हिसाब से 50 नई स्टार्टअप कंपनियां शुरू कराएंगे. इससे उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा. डायरेक्टर और इनडायरेक्ट तरह से पब्लिक को लाभ होगा. वहां के टेक्निकल युवाओं को ट्रेनिंग दी जाएगी. आवश्यकता पडऩे पर संस्थान की ओर से डेवलप टेक्निक का भी प्रयोग किया जाएगा.

कानपुर (ब्यूरो) आईआईटी के नोएडा स्थित स्टार्टअप इन्क्यूबेशन एंड इनोवेशन सेंटर (एसआईआईसी) में सैटरडे को लद्दाख के विकास आयुक्त सौगत विश्वास ने निदेशक प्रो। अभय करंदीकर, एसआईआईसी के प्रभारी प्रो। अमिताभ बंद्योपाध्याय व अन्य अधिकारियों से कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर बातचीत की। उन्होंने आईआईटी के सहयोग से लद्दाख में उद्योगों के विकास के लिए कार्ययोजना पर चर्चा की। एसआईआईसी के अधिकारियों ने बताया कि लद्दाख में इनोवेशन, टेक्निकल एजूकेशन, स्टार्टअप कंपनियों को बढ़ाने के लिए आईआईटी कानपुर के अलावा आईआईटी दिल्ली व आईआईटी बांबे भी कार्य कर रहे हैं। इसमें स्टार्टअप डेवलप करने की भूमिका आईआईटी कानपुर निभाएगा।

युवा आईआईटी आकर लेंगे ट्रेनिंग
कुछ समय पहले तीनों संस्थानों के विशेषज्ञों ने लद्दाख का भ्रमण करके विभिन्न योजनाओं का प्रस्ताव भी दिया था। इन्हीं प्रस्ताव पर अब लद्दाख सरकार ने कार्य शुरू किया है। विकास आयुक्त ने नोएडा में आईआईटी की इन्क्यूबेटेड कंपनियों के अधिकारियों से भी लद्दाख में संभावित उद्योगों के बाबत वार्ता की। प्रो। बंद्योपाध्याय के मुताबिक आने वाले दिनों में लद्दाख के युवा आईआईटी आकर ट्रेनिंग लेंगे और यहां के विशेषज्ञ स्टार्टअप शुरू कराने में उनकी मदद करेंगे। यह पूरा कार्यक्रम पांच साल का होगा।

Posted By: Inextlive