अगर आप वीआईपी हैं तो आपके पास आएगा आईसीयू
कानपुर (ब्यूरो)। अगर आप वीआईपी हैं तो अब आईसीयू खुद आपके पास पहुंचेगा। पढक़र आप चौंक गए हैं लेकिन यह बिल्कुल सच है। हैलट में जल्द ही पोर्टेबल आईसीयू में इलाज की सुविधा शुरू होगी। गौर करने वाली बात यह है कि ये सुविधा सिर्फ गंभीर रूप से बीमार होने वाले वीआईपी पेशेंट्स को ही मिलेगी। इस पोर्टेबल आईसीयू की खास बात यह है कि यह हर अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी से लैस है। इतना ही नहीं, पूरा कवर्ड होने की वजह से ये पेशेंट्स को हर तरह के इंफेक्शन से भी बचाएगा। जिससे पेशेंट्स की रिकवरी भी जल्दी होगी।
आसान होगा ट्रीटमेंट
पेशेंट का ट्रीटमेंट अब कहीं भी किसी कंडीशन में करना जल्द ही आसान होगा। क्योंकि जो गंभीर पेशेंट आईसीयू तक नहीं पहुंच पाएंगे। उन पेशेंट तक आईसीयू खुद पहुंच जाएगा। हैलट में जो रेडी टू मूव आईसीयू चैंबर आ रहा है, वह जापान तकनीकी पर आधारित है और पोर्टेबल होगा। इसकी मदद से डॉक्टर्स इमरजेंसी में वार्ड, आईसीयू के अंदर सेफ आईसीयू या फिर किसी भी खुले स्थान में आईसीयू तैयार कर पेशेंट का ट्रीटमेंट कर सकेगा।
इंफेक्शन न के बराबर
प्रिंसिपल डॉ। काला ने बताया कि रेडी टू मूव आईसीयू चैंबर में हैपा फिल्टर लगा होता है। जो एक प्रकार का फिल्टर होता है। जो वायु प्रदूषण को रोकता है। यहीं कारण है कि पोर्टेबल आईसीयू में पेशेंट को इंफेक्शन होने के चांस काफी कम हो जाते हैं। इसके अलावा इसमें बिजली, ऑक्सीजन समेत अन्य सिस्टम का कनेक्शन सिस्टम होता है। वहीं डोर ऑटोमैटिक ओपन व बंद होता है। इसके अलावा इसमें मानीटर से लेकर वैंटीलेटर समेत सभी सुविधाएं होती है। जोकि एक आईसीयू में होनी चाहिए।
जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल ने बताया कि रेडी टू मूव आईसीयू चैंबर को कहीं भी जरूरत के मुताबिक शिफ्ट किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि फिलहाल इसका यूज आईसीयू के अंदर एक सेफ आईसीयू के रूप में किया जाएगा। वहीं, इमरजेंसी के दौरान किसी वीआईपी पेशेंट के लिए वार्ड या फिर ओपन एरिया में भी इसका यूज किया जा सकता है। वीआईपी मूवमेंट में इमरजेंसी के दौरान यह संजीवनी बूटी की तरह काम करेगी।
चार पोर्टेबल मशीन की डिमांड
जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल ने बताया कि देश के एक बड़ी कंपनी ने सीएसआर फंड से गंभीर पेशेंट की सुविधा के लिए जापानी तकनीकी से लैस पोर्टेबल आईसीयू देने का बात हुई है। उन्होंने बताया कि फिलहाल उन्होंने पेशेंट की सुविधा को देखते हुए चार पोर्टेबल आईसीयू की डिमांड की है। संभावना जताई जा रही है कि अगले महीने तक पोर्टेबल आईसीयू हैलट को उपलब्ध हो जाएंगे। जिसके बाद टेक्निकल स्टॉफ को ट्रेनिंग देकर उसमें गंभीर पेशेंट का ट्रीटमेंट करना शुरु कर दिया जाएगा।
यूपी का पहला मेडिकल कॉलेज
आफिसर्स के मुताबिक, जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज यूपी का पहला मेडिकल कॉलेज होगा। जहां पोर्टेबल आईसीयू की सुविधा मिलेगी। वर्तमान में यूपी के किसी भी मेडिकल कॉलेज में पोर्टेबल यानी की रेडी टू मूव आईसीयू चैंबर की सुविधा नहीं है। यह कानपुर के लिए गौरव का विषय है।