दूसरी डोज छोड़ी तो वैक्सीन बेअसर
- सिटी में अब तक 6 बार लगी वैक्सीन की दूसरी डोज, दो हजार से ज्यादा लोगों ने छोड़ा वैक्सीनेशन
- डॉक्टर्स की राय 28 से 42 दिनों तक ले सकते हैं दूसरी डोज, 15 को मॉपराउंड में मिलेगा लास्ट मौकाKANPUR: सिटी में कोरोना वायरस संक्रमण से बचाने के लिए लगातार वैक्सीनेशन हो रहा है। सिटी में अब तक 6 बार सेकेंड डोज भी लगाई जा चुकी है। हालांकि काफी सारे हेल्थ वर्कर्स और फ्रंटलाइन वर्कर्स ने वैक्सीन का अपना सेकेंड डोज निर्धारित समय पर नहीं लिया है। ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि क्या एक के बाद दूसरी डोज नहीं लगवाने से वैक्सीन वायरस के प्रति बेअसर हो जाएगी। इसी सवाल के जवाब में जब एक्सपर्ट्स से बात की गई तो उन्होंने कोविड वैक्सीनेशन से जुड़ी गाइडलाइन के बारे में जानकारी दी। जिससे साफ होता है कि अगर एक निर्धारित वक्त में वैक्सीन की दूसरी डोज लगती है तो ही उससे शरीर में वायरस के प्रति इम्यूनिटी बनेगी।
सेकेंड डोज का भी मॉपअप राउंडकानपुर में अभी तक 6 बार हेल्थवर्कर्स और फ्रंटलाइन वर्कर्स को वैक्सीन की सेकेंड डोज दी जा चुकी है। जिसमें 12,729 लोगों को सेकेंड डोज लगी है। जबकि 2025 लोगों ने निर्धारित डेट पर वैक्सीन की सेकेंड डोज नहीं ली। वहीं अब हेल्थ डिपार्टमेंट सेकेंड डोज लगाने के लिए भी एक मॉपअप राउंड करेगा। यह मॉपअप वैक्सीनेशन राउंड 15 मार्च को होगा। जिसमें सेकेंड डोज से छूटे हेल्थ और फ्रंटलाइन वर्कर्स को वैक्सीन की सेकेंड डोज डी जाएगी।
कब कब कितनों को लगी सेकेंड डोज- डेट- वैक्सीन लगी- नहीं लगवाई 5 मार्च- 1789-44 4 मार्च-2462-552 26फरवरी-3104-428 25 फरवरी-3174-683 19फरवरी-1778-301 15 फरवरी-422-17 12729- लोगों ने ली वैक्सीन की सेकेंड डोज 2025- लोगों ने नहीं लगवाई सेकेंड डोज वैक्सीनेशन की गाइडलाइन में है कि सेकेंड डोज 42 दिनों के अंदर दी जा सकती है। ऐसे में जिन लोगों ने 28 दिन के बाद सेकेंड डोज नहीं लगवाई है। उन्हें परेशान होने की जरूरत नहीं। अगले सेशन में सेकेंड डोज ले सकते हैं। वैक्सीन असर करेगी। - डॉ.विकास मिश्र, एसोसिएट प्रोफेसर, माइक्रोबायोलॉजी डिपार्टमेंट, जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज 15 मार्च को वैक्सीन की सेकेंड डोज लगाने के लिए मॉपअप राउंड होगा। जिन हेल्थ और फ्रंटलाइन वर्कर्स ने अभी तक अपनी सेकेंड डोज नहीं लगवाई है। वह इस दिन वैक्सीन की सेकेंड डोज लगवा सकते है। - डॉ.जीके मिश्र, एडी हेल्थ, कानपुर मंडलजीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में माइक्रोबायोलॉजी विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ.विकास मिश्र ने वैक्सीनेश के बारे में डिटेल से जानकारी दी।
- किसी भी वैक्सीन में उसकी दो डोज होती हैं, दोनों ही डोज लेना जरूरी होती हैं - पहली डोज प्राइमरी होती है जोशरीर को वैक्सीन के प्रभाव के लिए तैयार करती है - दूसरी डोज को सेकेंड्री या मॉड्यूलेटिंग डोज कहते हैं। वह शरीर में प्रतिरोधक क्षमता बनाती है। - कोविड वैक्सीन के साथ भी ऐसा ही है। इसकी दोनों डोज के बीच 28 दिन का वक्त होता है - गाइडलाइन के मुताबिक सेकेंड डोज फर्स्ट के 42 दिन तक दी जाती है तो वह असरदार होगी - सेकेंड डोज से वायरस के प्रति प्रतिरोधक क्षमता बनेगी जो शरीर को वायरस से प्रोटेक्ट करेगी।