सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की कराचीखाना शाखा में लॉकर्स तोड़कर करोड़ों के जेवर चुराने के मामले में पीडि़त लॉकरधारक ने बुधवार को पांडुनगर स्थित सेंट्रल बैंक के रीजनल ऑफिस पहुंचे. पीडि़तों ने बैंक अधिकारियों को चाबियों की माला सौंपी और कहा कि वे बाकी लॉकर भी खोलकर उससे जेवर निकाल लें. प्रदर्शन करते हुए बैंक के मुख्य बोर्ड पर 'चोर बैंक ऑफ इंडियाÓ का पोस्टर लगा दिया. प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी कि 72 घंटे में पीडि़तों की समस्याओं को दूर नहीं किया गया तो कराचीखाना शाखा में काम नहीं होने देंगे

कानपुर (ब्यूरो) सुबह लॉकर चोरी न्याय संघर्ष समिति के सदस्य पीडि़तों के साथ पांडुनगर स्थित सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के रीजनल आफिस पहुंचे। गार्ड ने उन्हें दरवाजे से अलग हटकर धरना-प्रदर्शन करने के लिए कहा तो पीडि़त उखड़ गए। नाराज महिलाओं ने कहा कि अब सुरक्षा की बात कह रहे हैं, उस समय कहां थे? जब उनके लॉकरों से जेवर निकाले जा रहे थे।

बैैंक अधिकारियों ने सुनी बात
नारेबाजी के बीच पीडि़तों ने कहा कि जब तक उनकी बात सुनने कोई बड़ा अधिकारी नहीं आता तब तक नहीं जाएंगे। आखिरकार आरएम की अनुपस्थिति में दूसरे अफसर उनसे बात करने पहुंचे। पीडि़तों ने उन्हें चाबियों की माला दी। इसके साथ ही लॉकर्स से जेवर निकाल लेने पर बैंक अधिकारी का सम्मान किया। प्रदर्शन करने वालों में पीडि़त पंकज गुप्ता, निर्मला तहलियानी, मीना यादव, सुशीला शर्मा, अमिता गुप्ता, रानी बेटी गुप्ता, महेंद्र सविता रहे। उनके साथ अभिमन्यु गुप्ता, सिद्धार्थ काशीवार, पवन गुप्ता, अजय गुप्ता, अरङ्क्षवद गुप्ता, सुनील अग्रवाल रहे।

Posted By: Inextlive