कानपुर में बहुत टैलेंट है उसे सामने लाने के लिए बस एक प्लेटफार्म की जरूरत होती है. पेशेंस के साथ मेहनत करते रहें वो दिन भी जरूर आएगा जब सफलता आपके कदम चूमेगी. यह कहना है बाथरूम सिंगर से इंडियन आइडल तक का सफर तयकर कानपुर का नाम रोशन करने वाले वैभव गुप्ता का. बुधवार को दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ऑफिस पहुंचे वैभव ने बातचीत में अपने दिल के सब राज खोल डाले. कहा कानपुर से दबे हीरे निकल रहे है मेरी कोशिश है


कानपुर(ब्यूरो)। कानपुर में बहुत टैलेंट है, उसे सामने लाने के लिए बस एक प्लेटफार्म की जरूरत होती है। पेशेंस के साथ मेहनत करते रहें, वो दिन भी जरूर आएगा जब सफलता आपके कदम चूमेगी। यह कहना है बाथरूम सिंगर से इंडियन आइडल तक का सफर तयकर कानपुर का नाम रोशन करने वाले वैभव गुप्ता का। बुधवार को दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ऑफिस पहुंचे वैभव ने बातचीत में अपने दिल के सब राज खोल डाले। कहा कानपुर से दबे हीरे निकल रहे है, मेरी कोशिश है, अपनी आवाज को पूरे देश तक पहुंचाना है। शो के दौरान ही इसकी शुरूआत हो गई है। माता-पिता के आशीर्वाद ने हर मुश्किल की आसान इंडियन आइडल सीजन 14 के विनर और आईआईटी नानकारी के रहने वाले वैभव ने बताया कि सपना है कि अपना ड्रीम स्टूडियो बनाकर खुद के लिखे गाने अपनी आवाज में गाऊं। देश व दुनिया में अपनी आवाज के जादू को बिखरने उनका दूसरा सपना है। पहले सपने को सच करने के लिए उन्होंने जी तोड़ मेहनत की। इस सफर में कई बार उन्हें रिजेक्शन भी फेस करना पड़ा और नर्वस भी हुए। जब भी वह नर्वस होते तो बाबा आनंदेश्वर का नाम लेकर उन्हें नमन कर लेता था। इसके अलावा मां और पिता के आशीर्वाद ने सामने आने वाली हर मुश्किल को आसान बना दिया। पहला ईनाम आज तक नहीं किया खर्च वैभव बताते है कि संगीत से उनका नाता चार साल की उम्र से जुड़ गया था। एक दिन बाथरूम में उन्हें गाते हुए उनके पाता विष्णु गुप्ता ने सुन लिया। वैभव की आवाज में उन्हें कुछ ऐसी कसक सुनाई दी कि विष्णु ने चार साल की उम्र से ही बेटे को संगीत की शिक्षा दिलवानी शुरू की। रही सही कसर स्कूल के म्यूजिक टीचर ने पूरी की। वैभव बताते है कि सात साल की उम्र में पहली बार स्टेज शो किया। यह शो था लाजपत भवन में। यहां फस्र्ट प्राइज में 51 सौ रुपये भी मिले थे। जिसे वह आज भी सुरक्षित रखे हुए हैं। उसे खर्च नहीं करते हैं। इसी प्रोग्राम में तत्कालीन डीएम ने भी उन्हें अपनी जेब से पांच सौ रुपये ईनाम दिया था। उस नोट को भी उन्होंने संजो कर रखा है। फस्र्ट टाइम वोटर भी है वैभव वैभव ने इस वर्ष ही 12वीं का एग्जाम पास किया है। अब वह म्यूजिक से ही ऑनर्स करने की तैयारी में है। 19 वर्ष के वैभव फस्र्ट टाइम वोटर भी है। राजनीति में अच्छी जानकारी रखने वाले वैभव का कहना है कि वह पहली बार वोट देंगे और वह ऐसी सरकार चुनने पर भरोसा रखते हैं जो हमारे शहर में एजुकेशन, डेवलपमेंट और टैलेंट को संवारने के लिए काम करे। प्ले बैक सिंगर के साथ जब उनसे एक्टिंग के बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि मौका मिलेगा तो यहां भी पीछे नहीं रहूंगा। एक्टर शहीद कपूर ने एक बार उनकी नेचुरल एक्टिंग की भी तारीफ की थी। हालांकि अभी उनका फोकस सिर्फ सिंगिंग पर है। ऋतिक रोशन की मूवी में एक गाना गया है और एक टीवी सीरियल का टाइटल सांग भी गया है। Posted By: Inextlive