सीएसजेएम यूनिवर्सिटी ने नई शिक्षा नीति को तो जल्दबाजी में लागू कर दिया लेकिन उसके बारे में पूरी जानकारी ने खुद की और न स्टूडेंट्स के साथ शेयर की. जिसका खामियाजा स्टूडेंट्स को भुगतना पड़ रहा है. नई पॉलिसी के साथ पहली बार कराए गए सेमेेस्टर एग्जाम में बड़े पैमाने पर गड़बडिय़ां निकली हैं जिसकी वजह से बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स फेल हो गए हैं. इस कारण से आए दिन स्टूडेंट्स यूनिवर्सिटी कैंपस में हंगामा कर रहे हैं. किसी को मार्कशीट में जीरो नंबर दिए गए हैं तो किसी के वोकेशनल कोर्स में अबसेंट कर दिया गया है. किसी को इंटर्नल माक्र्स हीं नहीं चढ़ाए गए हैं. ऐसे छात्रों की संख्या सैकड़ों में है.पूछने पर यूनिवर्सिटी के जिम्मेदार अधिकारी जवाब देने से बच रहे हैं.

कानपुर (ब्यूरो) पीपीएन कॉलेज के प्रिंसिपल प्रो। अनूप कुमार सिंह ने बताया कि नई पॉलिसी के तहत क्रेडिट प्वाइंट को लेकर कन्फ्यूजन है। इसमें 25 नंबर से कम आने पर स्टूडेंट्स के माक्र्स काउंट नहीं किए गए हैं, वास्तव में यह क्रेडिट प्वाइंट हैं। इसका जिक्र एजूकेशन पॉलिसी में किया गया है लेकिन लेकिन यूनिवर्सिटी की ओर से बच्चे को प्रॉपर सूचना नहीं दी गई। जिसकी वजह से अब उन्हें समस्या हो रही है और वो धरना प्रदर्शन कने पर मजबूर हो रहे हैं।

अब बनाई कमेटियां
स्टूडेंट्स के रिजल्ट गड़बड़ होने के बाद आए दिन हो रहे हंगामा को देखते हुए अब यूनिवर्सिटी ने कमेटियां गठित की हैं। जो कानपुर नगर और आसपास जिलों के कॉलेजों में जाकर स्टूडेंट्स की समस्या का समाधान करने का प्रयास कर रही हैं।

आंसर की नहीं की जारी
वीएसएसडी कॉलेज के प्रिंसिपल प्रो। विपिन कौशिक ने बताया कि कई बच्चे रोज शिकायत करने आ रहे हैं। यूनिवर्सिटी ने आंसर की तक जारी नहीं की है। अगर आंसर की जारी हो जाए तो स्टूडेंट्स को पता चल जाए कि उनके कितने सवाल सही है। वहीं कॉलेजों से स्टूडेंट्स को इंटर्नल माक्र्स भेजे गए हैं लेकिन यूनिवर्सिटी में नहीं चढ़ाए गए। वहीं कई स्टूडेंट्स को वोकेशनल में अबसेंट कर दिया गया है।

सेमेस्टार एग्जाम में गड़बडिय़ों और स्टूडेंट्स को हो रही परेशानी को लेकर डीजे आई नेक्स्ट रिपोर्टर ने रजिस्ट्रार डॉ। अनिल कुमार यादव से बातचीत की।

सवाल : क्या नई शिक्षा नीति जल्दबाजी में लागू कर दी गई
जवाब : नई शिक्षा नीति का अध्ययन करने के बाद पूरी तैयारी से उसे लागू किया गया है। हां कुछ गड़बडिय़ां हो रही हैं उनमें सुधार किया जा रहा है।
--
सवाल : कॉलेजों में नई शिक्षा नीति को लेकर टीचर्स और स्टूडेंट्स को अवेयर नहीं किया?
जवाब: नई शिक्षा नीति को लेकर लगातार मीटिंग की गई हैं। प्रिंसिपल और टीचर्स को भी इसके बारे में बताया गया है।
--
सवाल : स्टूडेंट्स को क्रेडिट स्कोर के बारे में बताया ही नहीं गया
जवाब : क्रेडिट स्कोर का नियम पॉलिसी में है। कॉलेजों ने इसके बारे में बच्चों को नहीं बताया गया है।

सवाल : जिन स्टूडेंट्स का रिजल्ट गड़बड़ है उनके लिए क्या किया जा रहा है
जवाब: टीमें गठित की गई हैं, वो कॉलेजों में जाकर जानकारी कर रही हैं। और उनका समाधान निकाल रही हैं।
------------------------
मामले में क्या कहते हैं प्रिंसिपल

क्रेडिट प्वाइंट का इश्यू आ रहा है। वास्तव में यह माक्र्स नहीं हैं। ये क्रेडिट प्वाइंट हैं, इसमें 25 माक्र्स से कम आने पर जीरो दिखा रहा है। ऐसी कई शिकायतें आई हैं।
प्रो। अनूप कुमार सिंह, प्रिंसिपल, पीपीएन कॉलेज

रजिस्ट्रार से बोल चुके हैं कि परीक्षा के चारों सेट के आंसर की जारी करें। जो बच्चे क्लेम करें उन्हें आंसर की जारी की जाए। इससे बच्चे संतुष्टि हो जाए।
प्रो। विपिन कौशिक , प्रिंसिपल वीएसएसडी कॉलेज
--
कॉलेज के कई बच्चों के रिजल्ट गड़बड़ आए हैं। वो शिकायतें कर रहे हैं। पॉलिसी की विस्तृत जानकारी न होने का खामियाजा बच्चे भुगत रहे हैं।
प्रो। अरविंद दीक्षित, प्रिंसिपल डीएवी कॉलेज

Posted By: Inextlive