हावड़ा रूट की क्राङ्क्षसगों के चलते शहर के कई इलाकों में अब जाम नहीं लगेगा. 25 मिनट तक बंद रहने वाली क्राङ्क्षसग अब दस मिनट के भीतर ही खुल जाएंगी. इसका सबसे ज्यादा फायदा औद्योगिक क्षेत्र दक्षिण के इलाकों और मुख्य शहर के निवासियों को होगा. रेलवे के यातयात विभाग ने इसका डिजायन बनाकर मुख्य सुरक्षा आयुक्त को भेज दिया है. सहमति मिलते ही बीस दिन के भीतर बदलाव कर दिया जाएगा. जिससे क्राङ्क्षसग के बंद होने का समय आधा हो जाएगा.


कानपुर (ब्यूरो) सबसे व्यस्त दिल्ली-हावड़ा रेल मार्ग पर पडऩे वाली रेलवे क्राङ्क्षसग बंद होने से वाहनों की रफ्तार थम जाती है। वहीं लखनऊ की ओर जाने वाले रेल मार्ग पर पडऩे वाली जयपुरिया क्राङ्क्षसग पर पुल का निर्माण किया जा रहा है। पुल शुरू होने से राहत मिल जाएगी,लेकिन अभी एक बार क्राङ्क्षसग बंद होने से कैंट और मालरोड तक वाहनों के पहिए थम जाते हैं। फजलगंज क्रॉसिंगदिल्ली- हावड़ा रूट पर पडऩे वाली दादानगर क्राङ्क्षसग और लखनऊ रूट पर पडऩे वाली जयपुरिया क्राङ्क्षसग के बंद होने से भीषण जाम की स्थिति बन जाती है। रतनलाल नगर से फजलगंज आने के लिए तो पुल बन गया है,लेकिन फजलगंज से रतनलाल नगर रेलवे क्राङ्क्षसग पार करके ही जाना पड़ता है। - 24 घंटे में 250 से अधिक ट्रेने यहां से पास होतीं हैं - हर आधे घंटे में 20 मिनट के लिए बंद होती है क्राङ्क्षसगजयपुरिया क्राङ्क्षसग


कैंट क्षेत्र को शहर से जोडऩे वाली इस क्राङ्क्षसग में पुल बन रहा है,लेकिन अभी क्राङ्क्षसग को पार कर जाना पड़ता है। कैंट के दर्जन भर स्कूल और शहर के यातयात के दबाव के चलते एक बार क्राङ्क्षसग बंद होने से लंबा जाम लग जाता है। -24 घंटे में 50 जोड़ी ट्रेन निकलती हैं

- हर 45 मिनट में बंद होती है क्राङ्क्षसग

रेलवे के यातायात विभाग को इंजीनियङ्क्षरग,सिग्नल आदि विभागों ने इसके लिए किए जाने वाले कार्यों का डिजायन बना कर दिया है। जिसको मुख्य संरक्षा आयुक्त को भेज दिया गया है। मंजूरी मिलते ही बदलाव किया जाएगा। क्राङ्क्षसग आधे समय में खुल जाएंगी। एसके गौतम,डिविजनल आपरेङ्क्षटग मैनेजर

Posted By: Inextlive