राजस्थान व थार के मरुस्थल से आ रही शुष्क हवाओं ने मैदानी क्षेत्रों में टेम्प्रेचर बढ़ा दिया है. इससे लोगों को भीषण गर्मी का सामना करना पड़ रहा है. गुरुवार को मैक्सिमम टेम्प्रेचर 43.8 व मिमिनम टेम्प्रेचर 30.8 डिग्री सेल्सियस रहा. वहीं सात किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चली गर्म हवाओं ने बाहर निकले लेागों को झुलसा दिया.

कानपुर (ब्यूरो)। राजस्थान व थार के मरुस्थल से आ रही शुष्क हवाओं ने मैदानी क्षेत्रों में टेम्प्रेचर बढ़ा दिया है। इससे लोगों को भीषण गर्मी का सामना करना पड़ रहा है। गुरुवार को मैक्सिमम टेम्प्रेचर 43.8 व मिमिनम टेम्प्रेचर 30.8 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं सात किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चली गर्म हवाओं ने बाहर निकले लेागों को झुलसा दिया। बिजी मार्केट्स व रोड, चौराहों पर भी सन्नाटा पसरा रहा। दोपहर आई बदली से लोगों को कुछ राहत जरूर मिली।

घरों में भी राहत नहीं
लगातार 45 डिग्री के करीब रह रहे टेम्प्रेचर से जनजीवन प्रभावित है। सबसे ज्यादा समस्या फील्ड वर्क और दिन में भागदौड़ करने वालों को हो रही है। वहीं लोगों को घरों में भी राहत नहीं है। भीषण गर्मी में पंखा कूलर भी लोगों को राहत नहीं दिला पा रहे हैं। सुबह से ही सूरज आग बरसाने लगता है। जो लोग घर से निकल भी रहे हैं उन्हें रास्ते में छाया व पानी के लिए परेशान होना पड़ता है। गर्मी का असर बाजारों पर भी पड़ा है। शाम तक बाजारों में सन्नाटा रहता है।

बारिश की संभावना नहीं
सीएसएस के वेदर साइंटिस्ट डॉ। एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि राजस्थान व थार के मरुस्थल से शुष्क हवाएं आ रही है, जिसके प्रभाव से टेम्प्रेचर बढ़ रहा है। अभी एक सप्ताह तक बारशि की संभावना भी कम है, लेकिन बदली रहने से कुछ राहत जरूर मिल सकती है।

Posted By: Inextlive