जहाँ महिलाएँ चुनती हैं पुरुष जो परोसेगा जाम
‘होस्ट बार’ मतलब ऐसे बार जहाँ पुरुषों के साथ के लिए अमीर महिलाएँ हज़ारों डॉलर खर्च करती हैं। पूरी रात शराब परोसने वाले इस बार में महिला ग्राहकों के पास मौका होता है कि वो पैसे के बदले अपने पंसद के पुरुष को चुन सकें- कभी कभी एक रात के लिए हज़ारों पाउंड देकर।
ऐसे ही एक बार में हम भी गए.एक अंडरग्राउंड कमरे में मद्धिम रोशनी के बीच कई युवा एक कतार में घुटने के बल बैठे हैं और अपना-अपना नाम पुकार रहे हैं। रात के दो बजे हैं और हम पहले ग्राहक हैं।'होस्ट बार में ज़्यादा ध्यान मिलता है'बार 123 नाम की इस 'हिप' माने जाने वाली जगह में हमारी मुलाकात मिंकयंग से हुई जो पाँच सितारा होटल की मैनेजर हैं। मिंकयंग कहती हैं कि वो महीने में एक या दो बार होस्ट बार आती हैं.मिंकयंग काफी प्यारी हैं और उन्होंने बहुत ही करीने से कपड़े पहने हुए हैं। देख कर ऐसा नहीं लगता कि उन्हें किसी पुरुष का साथ पाने के लिए पैसे देने की ज़रूरत पड़ती होगी।
लेकिन होस्ट बार का खिंचाव काफी लुभावना हो सकता है। मिंकयंग कहती हैं कि यहाँ आकर उन्हें पुरुषों का ज़्यादा ध्यान मिलता है, उनके पास विकल्प ज़्यादा हैं और सबसे अहम कि पुरुषों पर उनका ज़्यादा नियंत्रण होता है।
वे कहती हैं, “आम बार में जाओ तो जो पुरुष मेरे साथ होतें हैं उनका एक ही मकसद होता है- वन नाइट स्टैंड यानी एक रात का साथ। लेकिन मुझे वो नहीं चाहिए। इसलिए मैं होस्ट बार आती हूँ। मैं भी मज़ा करना चाहती हूँ.”इस तरह के बार में लोगों को किराए पर रखा जाता है ताकि वो मनोरंजन कर सकें। आधिकारिक तौर पर इसका मतलब है कि ग्राहकों को शराब परोसना, उनके साथ बात करना, गाना और डांस करना।सेक्स की मनाहीज़्यादातर होस्ट बार में सेक्स आधिकारिक तौर पर शामिल नहीं होता। ये ग़ैर कानूनी होगा लेकिन मिंकयंग को अपने मेज़बान यानी होस्ट के साथ फ्लर्ट करने या छूने से कोई गुरेज़ नहीं। यहाँ पुरुषों का मानना है कि आधे से ज़्यादा ग्राहक सेक्स के लिए पैसे देने को तैयार हैं- होस्ट बार के अंदर या बाहर।जेम्स बार 123 में कई सालों से काम कर रहे हैं। वे कहते हैं कि कोरियाई संस्कृति में सेक्स के लिए मोलभाव ऐसे खुले आम नहीं किया जाता और ये होस्ट के अपने आकलन पर निर्भर करेगा।
वे कहते हैं, “यहाँ के लड़के एकदम प्रोफेशनल हैं, हमें पता कि हम क्या कर रहे हैं। लड़की से एक घंटा बात करने के बाद हमें पता चल जाता है कि वो कितना कमाती है, क्या काम करती है। इस एक घंटे में हम उसकी शख़्सियत का मुआयना कर लेते हैं, ये भी परख लेते हैं कि वो कितना पैसा दे सकती है। ”जेम्स और बाकी लड़के कहते हैं कि उनके ग्राहकों में दक्षिण कोरिया के अभिजात वर्ग की महिलाएँ शामिल होती हैं और कभी कभी जितना पैसा वो देती हैं उस पर विश्वास ही नहीं होता।महिला ग्राहक ने 97 हज़ार डॉलर दे डालेअपने काम के पहले ही हफ़्ते जेम्स की मुलाकात ऐसी ग्राहक से हुई थी जो दो साल तक के लिए उसे साइन करना चाहती थी.जेम्स बताते हैं, “उसने कहा चलो एक कॉन्ट्रेक्ट करते हैं। मेरे पास एक कागज़ है और इस पर 1-5 तक नंबर लिखे हैं। इन नंबरों के आगे तुम जो भी लिखोगे मैं तुम्हें दूँगी। उस समय मुझे लगा कि वो मज़ाक कर रही है। बाद में मुझे पता चला कि इस महिला ग्राहक ने किसी दूसरे होस्ट पर 97 हज़ार डॉलर खर्च कर डाले। अगर अब मेरे साथ ऐसा होगा तो मैं भी ले लूँगा। मैं सही सही सोचूँगा.”
ये विडंबना ही है कि होस्ट बार का चलन कोरिया की एक व्यापारिक परंपरा से शुरु हुआ- द रूम सलून। ये निजी जगह होती है जहाँ चुनिंदा पुरुषों को आकर्षक महिला होस्ट शराब परोसती हैं।क्यों आती हैं महिलाएँ होस्ट बार मेंहोस्ट बार बिज़नेस के पितमाह माने जाने वाले किम डॉन्ग ही कहते हैं कि महिला होस्ट को भी काम के बाद अपने लिए कुछ आज़ादी की ज़रूरत थी और इसी वजह से होस्ट बार का चलन शुरु हुआ जहाँ पुरुष सब काम करें.किम डॉन्ग ही कहते हैं, "ये महिलाएँ चाहती हैं कि जो काम उन्हें अपने नौकरी के दौरान करना पड़ता है वही काम पुरुष भी करें। पैसे के लिए इन लड़कियों को ऐसे काम करने पड़ते हैं जो वो नहीं करना चाहती थीं। मुझे लगता है कि इनमें से कई लड़कियाँ बेहद तकलीफ में होती हैं और अकेली होती हैं। सीधे शब्दों में कहूँ तो ये लड़कियाँ हमारा समय और जिस्म खरीदना चाहती हैं." समाज में इन बदलावों के बावजूद कुछ लोग मानते हैं कि इस दौरान कोरियाई समाज ने कई अहम चीज़ें खो दी हैं।
सोल में एशिया-पेसेफिक ग्लोबल रिसर्च ग्रुप के प्रमुख जैस्पर किम कहते हैं, “तेज़ विकास के साथ तेज़ी से बदलाव भी आते हैं। कोरियाई लोग नहीं समझ पा रहे कि इनसे कैसे निपटना है। पूँजीवाद ने हमारी सामाजिक परपंराओं को बदल दिया है। यहाँ काम के घंटे बहुत ज़्यादा लंबे होते हैं जिससे महिलाएँ खुद को अकेला महसूस करती हैं। जबकि तकनीकी विकास ने लोगों को अलग थलग कर दिया है। लोगों का ध्यान मानवीय रिश्तों पर अब नहीं है।सेक्स नहीं साथ चाहिएहोस्ट बार बिज़नेस के दिग्गज किम डॉन्ग भी मानते हैं कि यहाँ आने वाली ज़्यादातर महिलाएँ सेक्स के लिए नहीं बल्कि साथ पाने के लिए आती हैं। इसी वजह से उन्होंने नई शाखाएँ खोली हैं जो मुख्यधारा की लड़कियों के लिए है- ‘रेड मॉडल बार’ जहाँ एक दूसरे से बात करना का मौका होता है.रेड मॉडल बार’ होस्ट बार से अलग हैं- यहाँ नियम है कि आप किसी को छू नहीं सकते। पुरुष होस्ट मेज़ के एक तरफ बैठते हैं और ग्राहक दूसरी ओर। छूना मना होता है और सेक्स की तो बिल्कुल इजाज़त नहीं होती। लेकिन शराब के एक प्याले के साथ किसी आकर्षक पुरुष के साथ बैठकर बातें करना का ये मॉडल अच्छा कारोबार कर रहा है।किम नायू फ्लोरिस्ट हैं और इस तरह के बार में नियमित रूप से आती हैं। किम हमें बताती हैं कि वो अपने पंसदीदा पुरुष होस्ट से मिलने के लिए रोज़ आती हैं और अपनी नौकरी में चल रहीं समस्याओं पर बात कर पाती हैं। एक दिन की कीमत है 487 से लेकर 650 डॉलर।दोस्तों के पास समय कहाँकिम ये तो मानती हैं कि अपने दोस्तों के साथ बात करना कहीं सस्ता है लेकिन उन्हें ये भी लगता है कि दोस्तों के पास समय नहीं होता और वे अपनी बातें करना चाहते हैं जबकि होस्ट बार में लोग उनकी बात सुनते हैं और ध्यान देते हैं.किम कहती हैं, मैं काफी पैसा खर्च करती हूं। लेकिन मुझे भावनात्मक रूप से काफी कुछ मिलता है। लोग मनोवैज्ञानिक से मिलने जाते हैं। ये भी कुछ वैसा ही है लेकिन यहाँ तनाव कम है।संग-इल किम के पसंदीदा पुरुष होस्ट हैं। वे कहते हैं, “कभी कभी निजी और प्रोफेशनल जिंदगी को अलग अलग रखना मुश्किल हो जाता है। अगर मैं कहूँ कि अपने कुछ ग्राहकों के साथ संबध आगे बढ़ाने का मन मुझे कभी नहीं हुआ तो मैं झूठ बोल रहा होऊँगा। हम भी इंसान हैं। लेकिन नियम तो नियम हैं.”संग-इल की एक ग्राहक अपने पति से उसके बारे में काफी बातें करती थीं और जब पति से संग-इल की मुलाकात हुई तो वो गहरे दोस्त बन गए। कई होस्ट और ग्राहक खुले तौर पर बताते हैं कि वो होस्ट बार में जाते हैं।यही खुलापन दक्षिण कोरियाई समाज के लिए नई चुनौती पैदा कर रहा है। होस्ट बार समाज में महिलाओं की पारंपरिक भूमिका को चुनौती देने का एक मौका दे रहे हैं और साथ ही महिलाएं अपनी आर्थिक आज़ादी का इस्तेमाल कर रही हैं। लेकिन साथ ही ये होस्ट बार कोरियाई समाज के सामने ऐसे सवाल भी खड़े कर रहे हैं जिनका जवाब देना आसान नहीं।