होली के मौके पर थर्सडे को शहर भर में सुबह से ही होलिका सजाने का काम शुरू हो गया. जिन चौराहों पर लकड़ी नहीं लगी थी. वहां लकड़ी रखने के साथ ही होलिका के पुतले सजाए गए. नगर निगम की ओर से भी चौराहों पर रंगोली सजाई गई. वहीं होलिका दहन में पूजन के लिए जरूरी गन्ना चने की फली की बिक्री हुई. बाजारों में कोरोना काल में काफी समय बाद रौनक नजर आई. रंग और गुलाल के साथ पिचकारी भी बिक्री भी खूब हुई. वहीं मिठाई की दुकानों पर भी गुझिया समेत मिठाईयोंनमकीन की बिक्री हुई. देर रात होलिका जलते ही शहर में रंग अबीर और गुलाल उडऩे लगा. लोगों ने एक दूसरे को टीका कर होली की शुभकामनाएं दीं.

कानपुर (ब्यूरो) नगर निगम ने होलिका दहन स्थलों के आसपास रंगोली सजाई। साथ ही चौराहों की सफाई के लिए दो सौ कर्मचारियों की टीमें लगाई गई। नगर आयुक्त शिवशरणप्पा जीएन के आदेश पर नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ। अजय संखवार और रबिश विभाग के प्रभारी ए रहमान ने टीमें लगाकर शहर के सभी होलिका दहन वाले स्थलों की सफाई करा कर रंगोली से सजाया गया।

हस्त नक्षत्र में मनाया जाएगा भैया दूज
19 मार्च भैया दूज का पर्व हस्त नक्षत्र में मनाया जाएगा। पद्मेश इंस्टीट््यूट आफ वैदिक साइंसेज के अध्यक्ष ज्योतिषाचार्य केए दुबे पद्मेश ने बताया कि 19 को 11.38 से भैया दूज का पर्व शुरू हो रहा है। जो 20 मार्च सुबह 10.7 मिनट तक रहेगा। उन्होंने बताया कि होलिका दहन होते ही होलाष्टक की समाप्ति हो जाएगी। वहीं, धूनी ध्यान केंद्र के आचार्य अमरेश मिश्रा ने बताया कि शनिवार को भैया दूज पर्व पडऩे के कारण बहनों को हनुमंत लाल की पूजा कर भाईयों को टीका करना शुभकारी रहेगा। हनुमंत लाल का पूजन करने से सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है।

Posted By: Inextlive