इस मामले में पाकिस्तान से भी पीछे है इंडिया
- रेडीमेड गारमेंट की फील्ड में पड़ोसी बांगलादेश, पाकिस्तान और श्रीलंका भी हैं भारत से काफी आगे
- यूपीटीटीआई में होगी इंडस्ट््री एकेडमिया मीट, इंडिया सहित कई देशों से एक्सपर्ट्स आएंगे KANPUR इंडिया के आगे पाकिस्तान भले ही अन्य फील्ड में कहीं न टिकता हो लेकन रेडीमेड गारमेंट्स की फील्ड में पाकिस्तान का ग्राफ इंडिया से आगे हो गया है। यही नहीं दो अन्य पड़ोसी मुल्कों बांगलादेश और श्रीलंका ने भी इस फील्ड में अपनी साख बढ़ाई है। यही वजह है कि टेक्सटाइल इंडस्ट्री में रिसेशन का दौर चल रहा है। चीन जो टेक्सटाइल का रा मैटीरियल लेता था उसने करीब 25 परसेंट मैटीरियल लेना बंद कर दिया है। रा मैटीरियल का प्रोडक्शन बढ़ायह जानकारी यूपीटीटीआई के डायरेक्टर प्रो मुकेश कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी। उन्होंने बताया कि इयर 2017-18 में 41 मिलियन बेल काटन का प्रोडक्शन हुआ था। इयर 2018-19 में यह प्रोडक्शन बढ़कर 44 मिलियन बेल हो गया। प्रोडक्शन का करीब वन थर्ड रा मैटीरियल चाइना लेता था, लेकिन इस साल चाइना ने अपनी पालिसी बदलते हुए 25 परसेंट काटन का रा मैटीरियल कम लिया है।
2 को इंटरनेशनल कांफ्रेंसयूपीटीटीआई अपनी 105वां फाउंडेशन डे सेलीब्रेशन 1 दिसंबर को लाजपत भवन में सेलीब्रेट करेगा। इसमें ओल्ड ब्वॉयस एसोसिएशन(ओबीए) की 75वें साल का सेलीब्रेशन किया जाएगा। प्रोग्राम का इनॉग्रेशन एएलपीएस के चेयरमैन चीफ गेस्ट केके अग्रवाल करेंगे। वे इसी संस्थान के 1962 बैच के पास आउट हैं। ग्रासिम इंडस्ट्री के वाइस प्रेसीडेंट शैलेन्द्र पांडेय, टोरंटो कनाडा से सर्वेन्द्र सिंह के अलावा नाइजीरिया व कैलीफोर्निया से भी संस्थान के पूर्व छात्र भी इस प्रोग्राम में आ रहे हैं। इंस्टीट्यूट की मीडिया प्रभारी डॉ। नीलू काम्बो ने बताया कि इंडस्ट्री व एकेडमिक मीट 30 नवंबर को आयोजित की जाएगी। 2 दिसंबर को थर्ड इंटनरेशनल कांफ्रेंस का आयोजन होटल रॉयल क्लिफ में किया जा रहा है।