इन दिनों अगर दोपहर में सिटी में भी कहीं जा रहे हैं तो गर्मी से बचने के पूरे इंतजाम करके निकलें. क्योंकि पारा 45 डिग्र्री सेल्सियस पर पहुंच चुका. दोपहर में तो ऐसा लगता है कि मानों आसमान से आग बरस रही हो. जबरदस्त गर्मी के कारण लोग हीट स्ट्रोक डिहाईड्रेशन आदि बीमारियों का शिकार हो रहे हैं.

कानपुर (ब्यूरो)। इन दिनों अगर दोपहर में सिटी में भी कहीं जा रहे हैं तो गर्मी से बचने के पूरे इंतजाम करके निकलें। क्योंकि पारा 45 डिग्र्री सेल्सियस पर पहुंच चुका। दोपहर में तो ऐसा लगता है कि मानों आसमान से आग बरस रही हो। जबरदस्त गर्मी के कारण लोग हीट स्ट्रोक, डिहाईड्रेशन आदि बीमारियों का शिकार हो रहे हैं।

तीन वर्ष बाद
सीएसए मेट सेक्शन के तीन वर्ष बाद ऐसी जबरदस्त तपिश हो रही है। मंडे को डे टेम्प्रेचर नॉर्मल से 4.6 डिग्र्री सेल्सियस अधिक 45 दर्ज हुआ। वहीं नाइट टेम्प्रेचर 28.8 डिग्र्री सेल्सियस दर्ज हुआ। जो कि नॉर्मल से 3.9 डिग्र्री अधिक रहा। वेदर एक्सपर्ट डा.एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि वर्ष 2020 में भी 27 मई को डे टेम्प्रेचर 45 डिग्र्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। जबरदस्त तपिश के कारण ज्यादातर लोग दोपहर में घर, ऑफिस, शॉप में ही दुबके रहे। घर से न निकलने में ही भलाई समझी। जो निकले भी तो गर्मी से बचने कैप, ग्लब्स, फेस कवर आदि पहनने को मजबूर रहे।

46 के भी पार जा चुका है टेम्प्रेचर
पारा 45 डिग्र्री सेल्सियस पर पहुंच चुका है, लेकिन घबराएं नहीं, गर्मी से बचाव के लिए पूरी सावधानी बरते। क्योंकि पहले भी मैक्सिमम टेम्प्रेचर 45 डिग्र्री सेल्सियस के पार जा चुका है। सीएसए यूनिवर्सिटी के वेदर एक्सपर्ट डा। एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि वर्ष 1995 में 30 मई को डे टेम्प्रेचर 46.4 डिग्र्री सेल्सियस तक पहुंच गया था।

Posted By: Inextlive