गर्मी हो रही जानलेवा, अपनों का रखें ध्यान
कानपुर (ब्यूरो) मेडिसिन ओपीडी में मरीज देख रहीं कार्यवाहक प्राचार्य प्रो। रिचा गिरि ने बताया कि गर्मी की वजह से मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ी है। इसमें डायरिया, उल्टी-दस्त, डिहाइड्रेशन और एक्यूट किडनी इंजरी के मरीज अधिक रहे। गर्मी बढऩे की वजह से मंगलवार को मेडिसिन ओपीडी में 1676 पेशेंट देखे गए। इसमें से 390 पेशेंट मेरी ओपीडी में आए। उल्टी-दस्त और डिहाइड्रेशन के 240 मरीज आए। इनमें से 34 मरीज भर्ती किए गए। 11 में हीट स्ट्रोक के लक्षण थे। तेज बुखार, कमजोरी, बेहोशी जैसे लक्षण थे। इन्हें निगरानी में रखा गया है। दो की किडनी पर असर पडऩे पर भर्ती करना पड़ा। जरूरी होने पर उनकी डायलिसिस भी कराई जाएगी।
डायरिया से इनकी हुई मौत
गुजैनी के छह वर्षीय आशू को दो दिन से उल्टी दस्त हो रहे थे। उसका घर पर ही इलाज चलता रहा। जब वह बेसुध हो गया तो फैमिली मेंबर्स उसे पास के नर्सिंग होम ले गए। डाक्टर ने हैलट भेज दिया। यहां पहुंचने से पहले ही उसकी सांसें थम गईं। इसी तरह कर्रही के सात वर्षीय सनी को सोमवार सुबह से उल्टी दस्त आ रहे थे। जब उसे झटके आने लगे तो परिजन हैलट लेकर पहुंचे। जहां उसे मृत घोषित कर दिया। कल्याणपुर के नौ वर्षीय रंजेश को उसके पिता जगदीश प्रसाद गंभीर स्थिति में हैलट इमरजेंसी लेकर आए थे, इलाज शुरू होने से पहले ही उसने दम तोड़ दिया।
पनकी के 72 वर्षीय बाबू कृष्ण भी डायरिया का शिकार हो गए। मंगलवार सुबह जब उन्हें झटके आने लगे तो नर्सिंग होम लेकर गए, वहां से हैलट भेज दिया। जहां डॉक्टर्स ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.यशोदा नगर की 79 वर्षीय शिव दुलारी एक दिन पहले दोपहर में गांव से लौटी थीं, घर आकर पानी पीते ही बेहोश हो गईं, पहले प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती कराया। वहां से सुबह हैलट इमरजेंसी रेफर कर दिया.जहां डाक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इसी तरह जाजमऊ निवासी 84 वर्षीय अकील की भी मौत हो गई। फैमिली मेंबर्स के मुताबिक दो दिन से उन्हें उल्टी दस्त हो रहे थे।
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अधिक गर्मी की वजह से मरीजों की संख्या बढ़ गई है। प्राइवेट हॉस्पिटल से गंभीर स्थिति में पेशेंट्स को रेफर किया जा रहा है, संचालक समय से मरीजों को रेफर करें। जिससे उनकी जान बचाई जा सके।
प्रो। आरके मौर्या, एसआईसी हैलट
लक्षण
- तेज बुखार आना और सिर दर्द होना।
- मुंह, गला सूखना व तालू चिपकना
- चक्कर या बेहोशी जैसा महसूस होना।
- लगातार उल्टी और दस्त होना।
- यूरिन कम होना या पीली होना।
- धूप में खाली पेट घर से न निकलें।
- हल्के सूती कपड़े पहनें, सिर ढक कर रखें।
- बाहर जाएं तो पानी साथ रखें, थोड़ा-थोड़ा पीते रहें।
- उल्टी-दस्त होने पर ओआरएस का घोल लेते रहें।
- बासी भोजन न करें, पानी उबाल कर पिएं। लगातार नॉर्मल से अधिक है टेम्प्रेचर
मौसम का मिजाज लगातार सख्त बना हुआ है। पिछले पांच दिनों से लगातार डे टेम्प्रेचर नॉर्मल से अधिक बना हुआ है। आसमान से बरसते अंगारों और हीट वेव्स के कारण लोग बेहाल हैं। हालांकि मंगलवार को कानपुराइट्स को कुछ राहत मिली। दिन का तापमान एक डिग्र्री सेल्सियस गिरा, वहीं नाइट टेम्प्रेचर 6 डिग्र्री सेल्सियस कम हुआ। इससे उमसभरी गर्मी से राहत मिली। मंगलवार को दिन का तापमान 43 डिग्र्री सेल्सियस दर्ज हुआ। वहीं नाइट टेम्प्रेचर 23.6 डिग्र्री सेल्सियस रहा। सीएसए मेट सेक्शन के वेदर एक्सपर्ट डॉ। एसएन पाण्डेय ने बताया कि अगले पांच दिनों में हल्के से मध्यम बादल छाए रहने की संभावना है। 21-22 मई को धूल भरी आंधी एवं गरज-चमक के साथ हल्की बारिश होने की संभावना है।