मिनिमल इनवेसिव तकनीक से हार्ट की सर्जरी आसान
- आईएमए सीजीपी के दूसरे दिन हार्ट और कोरोना के मानसिक प्रभावों पर एक्सपर्ट्स ने की बात
KANPUR: कोरोना की वजह से ब्रेन में सेरोटोनिन की कमी हो जाती है। जिसकी वजह से डिप्रेशन और एनजाइटी ज्यादा होती है। यह जानकारी कोरोना वायरस के मानसिक असर पर कोलकाता एएमआरआई के डॉ.ओपी सिंह ने जानकारी दी। इससे पहले आईएमए कानपुर के सीजीपी रिफ्रेशर कोर्स में संडे को आईएमए के नेशनल प्रेसीडेंट डॉ.जेए जयलाल, जनरल सेकेट्री डॉ.जयेश एम लेले ने इनॉग्रेशन किया। इस दौरान देश के नामी डॉक्टर्स सीजीपी में ऑनलाइन जुड़े। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ.संजय काला, आईएमए कानपुर की पे्रेसीडेंट डॉ.नीलम मिश्रा,सेकेट्री डॉ। दिनेश सचान, डॉ.वीसी रस्तोगी,डॉ.रवि कुमार प्रमुख रूप से मौजूद रहे। कार्डियक सर्जरी अब अौर सुरक्षितवर्चुअल सीजीपी के दूसरे सेशन में कई नामी कार्डियक सर्जन जुड़े। इस दौरान पीजीआई सैफई के हार्ट सर्जन डॉ.अमित सिंह ने जानकारी दी कि ज्यादा फैट की वजह से धमनियों में वसा जमने लगती है। जिससे ब्लड सर्कुलेशन प्रभावित हो जाता है। वहीं अपोलो हॉस्पिटल इंदौर के हार्ट सर्जन डॉ.क्षितिज दुबे ने जानकारी दी कि ओपन हार्ट सर्जरी या बाईपास सर्जरी के बाद पेशेंट को पूरी तरह से सामान्य होने में दो महीने तक का वक्त लगता है, लेकिन अब मिनिमल इनवेसिव हार्ट सर्जरी के आने से यह वक्त घट कर 2 हफ्ते का हो गया है। इस सर्जरी में छोटे चीरे के जरिए सर्जरी की जाती है। जिसमें इंफेक्शन का कम खतरा होता है। ब्लीडिंग और दर्द भी कम होता है। इस सेशन के प्रोग्राम डायरेक्टर एलपीएस इंस्टीटयूट ऑफ कार्डियोलॉजी के डायरेक्टर डॉ.विनय कृष्णा थे। इस दौरान सीवीटीएस डिपार्टमेंट के हेड प्रो। आरके वर्मा और डॉ.नीरज प्रकाश भी सीजीपी में कनेक्ट रहे।