280 करोड़ तक कैश रिकवरी
कानपुर(ब्यूरो)। कुछ समय पहले इनकम टैक्स के छापे से जुड़ी एक बॉलीवुड फिल्म &रेड&य बेहद चर्चित हुई थी। फिल्म में छापे के दौरान अधिकारियों को घर की दीवारों से लेकर छत और तहखाने में अकूत संपत्ति मिली थी। अब तक फिल्म में ऐसा देख गया था लेकिन कारोबारी पीयूष जैन के कानपुर से कन्नौज तक के ठिकानों पर छापेमारी में रील लाइफ की यह स्टोरी रियल लाइफ में सामने आ गई है। कानपुर में 177 करोड़ रुपए कैश रिकवरी के बाद कन्नौज से भी 100 करोड़ से ज्यादा की नकदी मिलने की सूचनाएं हैं। वहीं दीवारों, तिजोरियों, गद्दों से लेकर तहखाने तक से नोटों के बंडल के साथ सोने-चांदी की सिल्लियां निकल रही हैं। छापेमारी में शामिल अधिकारी भी इतना कैश एक साथ देखकर हैरत में हैं।
तहखाने का पता चला
इत्र कारोबारी पीयूष जैन के ठिकानों पर जीएसटीएआई की रेड तीसरे दिन संडे को भी जारी रही। नोटों की गिनती और उनकी तलाश संडे देर रात तक जारी रही। अधिकारी घर के जिस भी हिस्से को हाथ लगा रहे हैं, वहां से नोटों के बंडल बाहर निकल रहे हैं। घर की दीवारों में छिपे नोटों से भरे बोरे बाहर निकल रहे हैं। जांच में एक तहखाने का भी पता चला है। उसमें पड़ताल चल रही है। अकूत नकदी, सोना और चांदी मिलने के बाद यह छापा साल का सबसे बड़ा छापा बन कर उभरा है। जिसमें इतनी बड़ी मात्रा में नकदी मिल रही है।
पीयूष जैन के कन्नौज के छिपट्टी में स्थित पैतृक आवास पर डीजी जीएसटीआई के अधिकारियों की रेड तीसरे दिन भी जारी है.सैटरडे देर रात तक 103 करोड़ के करीब नकदी मिलने की सूचना आती रही। कारोबारी के घर के अंदर कन्नौज के ही एक बैंक से दो कर्मचारियों और नोट गिनने वाली 4 मशीनें और मंगाई गईं। शाम 4 बजे एक कर्मचारी रबर बैंड का बैग लेकर मकान के अंदर गया। जिससे संभावना जताई जा रही है कि कैश बड़ी मात्रा में मिला है। गोदाम और कंपाउंड से नौ ड्रम मिले हैं। जिसमें संदलवुड ऑयल है।
दीवारों से निकल रही रकम
बताया जा रहा है कि कारोबारी पीयूष जैन के पैतृक आवास में अब तक जो रकम मिली है। वह लॉकर, अलमारियों, बेड और दीवारों में छिपा कर रखी गई थी। संडे सुबह लखनऊ और कानपुर से टीम के और मेंबर पहुंचे। इन अधिकारियों ने तीन टीमें बना कर पूरे आवास का निरीक्षण किया। इसके बाद गोदाम का ताला खुलवाकर वहां गए। दोपहर के बाद गोदाम से कुछ तोडफ़ोड़ किए जाने की आवाज सुनाई दी। पीयूष जैन के घर में कई दीवारों से नोटों की बोरियां मिली हैं। यह जूट की बोरियां सरकारी राशन की हैं। जिसमें नोट बांध कर दीवार के अंदर छिपाए गए थे। अधिकारियों ने दीवारों की स्कैनिंग के साथ ही नोटों की तलाश के लिए कुछ राज मिस्त्री भी बुलाए हैं।
डीजी जीएसटीआई के अधिकारी फ्राईडे से ही पीयूष जैन के दोनों बेटों प्रत्युष और प्रियांश को साथ लेकर कन्नौज में छापेमारी कर रहे हैं। दो पंचों में सपा नेता नेम सिंह यादव और अमित दुबे उर्फ अल्टर भी घर में दाखिल हुए। तब से वह वहीं पर हैं। अब तक घर में 15 अलमारी काटी जा चुकी हैं। जबकि 20 ताले तोड़े गए हैं। डीजी जीएसटी आई की ओर से अभी तक कन्नौज से बरामद की गई रकम को लेकर कोई अधिकृत बयान सामने नहीं आया है।