टेनिस में बाएं हाथ के प्लेयर्स ने हमेशा ही अपना दबदबा' साबित किया है. इस साल भी विंबलडन में 32 लेफ्ट हैंडेड प्लेयर्स पार्टिसिपेट कर रहे हैं.


‘बाएं हाथ का खेल’ वाली कहावत तो आपने सुनी ही होगी। जब कोई व्यक्ति कोई काम बहुत आसानी से निपटाने का दावा करता है, तब इसका उपयोग किया जाता है। जरा सोचिए, इस लिहाज से जो प्लेयर्स बाएं हाथ से खेलते होंगे, उनके लिए तो ये वास्तव में बाएं हाथ का खेल ही होगा। इस समय साल का तीसरा ग्र्रैंडस्लैम विंबलडन ओपेन जारी है, जिसमें 32 प्लेयर्स (17 मेन, 15 वुमेन) लेफ्ट हैंडेड हैं। इनमें से राफेल नडाल और एंजलीक कर्बर ने सेमीफाइनल में भी एंट्री मारी है, जबकि पेट्रा विटोवा क्वार्टर फाइनल में हार गईं।


टेनिस एक्सपट्र्स की मानें तो लेफ्ट हैंड टेनिस प्लेयर्स की सर्विस अक्सर राइट हैंडेड प्लेयर्स के बैक हैंड के ऐसे कोण पर पड़ती है, जहां से उसे लौटा पाना बहुत मुश्किल होता है। ऐसे में उनकी सक्सेस की पॉसिबिलिटीज बढ़ जाती हैं। अपने करियर में 11 ग्र्रैंडस्लैम जीत चुके नडाल इसकी मिसाल हैं। नडाल से पहले भी कई लेफ्टी प्लेयर्स हुए, जिन्होंने अपने बाएं हाथ के खेल से टेनिस पर राज किया। ऐसे ही कुछ लेफ्ट हैंडेड चैंपियंस पर एक नजर। 

Jimmy Connors: अमेरिका के जेम्स स्कॉट कोनोर्स (जिम्मी) को दुनिया के आलटाइम ग्र्रेटेस्ट प्लेयर्स में गिना जाता है। दुनिया के नंबर वन प्लेयर रहे जिम्मी ने बाएं हाथ से खेलते हुए 8 ग्र्रैंड स्लैम सिंगल्स टाइटल्स और दो डबल्स टाइटल्स अपने नाम किए। सात बार वह रनर अप भी रहे। John McEnroe: अमेरिका के जॉन पैट्रिक मैकनरो भी लंबे अर्से तक दुनिया के नंबर वन प्लेयर रहे और अपने करियर के दौरान उन्होंने 7 ग्रैंडस्लैम  सिंगल्स टाइटल, 9 मेन डबल्स ग्रैंडस्लैम टाइटल्स और एक मिक्स्ड डबल्स का ग्रैंडस्लैम टाइटल जीता था। बाएं हाथ के इस लीजेंड प्लेयर ने लगातार 8 सीजन तक जीत का रिकॉर्ड कायम किया था।  Rod Laver: 1964 सा 1970 तक लगातार नंबर वन रहे आस्ट्रेलिया के रोडनी जॉर्ज लेवर (रॉड लेवर) के नाम करियर में सबसे अधिक टाइटल्स जीतने का रिकॉर्ड है। वह इकलौते टेनिस प्लेयर हैं, जिन्होंने सभी चारों ग्रैंडस्लैम को दो या दो से अधिक बार जीता है। Goran Ivanisevic: क्रोएशिया के गोरान इवानिसेविक इकलौते प्लेयर हैं, जिन्होंने वाइल्ड कार्ड से एंट्री करने के बाद विंबलडन के सिंगल्स का टाइटल जीता। उन्हें उनके स्ट्रांग लेफ्ट हैंड सर्व के लिए याद किया जाता है। 45 साल की उम्र में फ्रेंच ओपेन डबल्स का खिताब जीतकर उन्होंने लीजेंड का दर्जा हासिल किया।

Martina Navratilova: चेक रिपब्लिक और अमेरिका की इस फॉर्मर नंबर वन स्टार को उनके समय में सिंगल्स, डबल्स और मिक्स्ड डबल्स का सबसे बड़ा प्लेयर माना जाता था। नवरातिलोवा ने टेनिस में अपने बाएं हाथ के दमदार खेल से 18 सिंगल्स टाइटल्स सहित कुल 31 ग्रैंडस्लैम टाइटल जीते थे। Monica Seles: सर्बिया और हंगरी के लिए टेनिस खेल चुकीं मोनिका सेलेस लंबे समय तक वुमेन कैटेगरी के टॉप पर रहीं। उन्हें टेनिस के हॉफ आफ फेम में भी शामिल किया गया था। 16 साल की उम्र में फ्रेंच ओपेन जीतने वाली सेलेस ने कोर्ट पर हुए जानलेवा हमले के बाद 1996 में आस्ट्रेलियन ओपेन भी जीता था। उनके नाम कुल 9 ग्रैंडस्लैम टाइटल्स हैं।

Posted By: Inextlive