रिसर्च वर्क के बिना नहीं पूरा होगा ग्रेजुएशन और पीजी
- नई एजुकेशन पॉलिसी के तहत सीएसजेएम यूनिवर्सिटी बदल रहा सिलेबस
- हायर एजुकेशन में स्टूडेंट्स को रोजगार से जोड़ने की हो रही कावयद नई एजुकेशन पॉलिसी के तहत सीएसजेएम यूनिवर्सिटी बदल रहा सिलेबस - हायर एजुकेशन में स्टूडेंट्स को रोजगार से जोड़ने की हो रही कावयद KANPUR:KANPUR: अब रिसर्च वर्क के बिना ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन नहीं पूरा होगा। इनोवेशन और रिसर्च वर्क पर जोर दिया जा रहा है। किताबी ज्ञान के सहारे स्टूडेंट्स डिग्री नहीं पा सकेंगे। सीएसजेएम यूनिवर्सिटी में संचालित सिलेबस के अलावा डिग्री कॉलेज के स्टूडेंट्स तक यह नई व्यवस्था सेशन ख्0ख्क्-ख्ख् से लागू हो जाएगी। कोर्स डिजाइन कराया जा रहानई एजुकेशन पॉलिसी के तहत यूनिवर्सिटी ने नए सेशन के लिए कोर्स डिजाइन करने की रूपरेखा तैयार कर ली है। नई शिक्षा नीति की स्टेय¨रग कमेटी की सदस्य प्रो। अंशु यादव ने बातचीत में बताया कि ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री को रोजगारपरक कोर्स से जोड़ा जाएगा। इनमें रिसर्च वर्क का कुछ न कुछ अंश जरूर रहेगा। ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन के स्टूडेंट्स के कोर्स में ऐसे सब्जेक्ट को प्राथमिकता पर खा जाएगा जो रोजगारपरक हों।
उद्यमिता की तरह बढ़ेंगे स्टूडेंट्सइसका सबसे बड़ा कारण यह है कि स्टूडेंट्स ऐसे कोर्स से रूबरू हों जो उन्हें उद्यमिता के एरिया में ले जाएं। साधारण सब्जेक्ट के साथ ग्रेजुएशन डिग्री केवल एक निश्चित एरिया के लिए होती है जबकि अब जो स्टूडेंट्स तैयार होंगे उनके पास क्षेत्रों की कोई कमी नहीं होगी। समय की मांग को ध्यान में रखते हुए विश्वविद्यालय ने एमएससी इलेक्ट्रॉनिक्स इंटीग्रेटेड, गर्भ संस्कार सार्टिफिकेट कोर्स, योगा इंस्ट्रक्टर कोर्स व हैप्पीनेस कोर्स लांच किए हैं। इनका लाभ छात्रों को मिलने लगा है। नए सेशन से डाटा साइंस व एमएससी कंप्यूटर साइंस का कोर्स शुरू करने का उद्देश्य भी छात्रों को रिसर्च और इनोवेशन के एरिया में आगे बढ़ाना है।
डिग्री कॉलेजों में भी हो चुका है आगाज रोजगारपरक और इनोवेशन के कोर्स का आगाज शहर के डिग्री कॉलेजों में भी हो चुका है। डीएवी, डीजी और डीबीएस डिग्री कॉलेज में कंप्यूटर, योग, फैशन और डिजाइ¨नग समेत अन्य विषयों के कोर्स शुरू किए गए हैं। स्टूडेंट्स को इसका बेनिफिट भी मिलने लगा है।