- धनतेरस के लिए सजे शहर के प्रमुख सर्राफा बाजार, गिरे हुए भाव के साथ कस्टमर्स को मिलेगा ऑफर्स का डबल फायदा

KANPUR: धनतेरस और दिवाली को लेकर शहर के सबसे बड़े ज्वैलरी बाजारों की चमक भी देखते बनती है। वहीं खरीददारी के लिहाज से साल के इस सबसे बड़े दिन के लिए ज्वैलरी की हर छोटी बड़ी दुकान सज चुकी है। बड़े शोरूमों की भव्यता दिवाली की चमक से और बढ़ गई है। खास तौर से बिरहाना रोड की बात करें तो कोरोना काल के बाद पहली बार बाजार में खरीददारी के लिहाज से इतनी चहल पहल है। सोने के भावों में गिरावट का फायदा भी कस्टमर्स को मिल रहा है।

हर रेंज की ज्वैलरी मौजूद

धनतेरस और दिवाली के मौके पर ज्यादा से ज्यादा कस्टमर्स को आकर्षित करने के लिए ज्वैलर्स ने भी पूरी तैयारी कर रखी है क्योंकि दिवाली के ठीक बाद सहालग भी शुरू होगी। ऐसे में कस्टमर्स की डिमांड को देखते हुए कम से कम कीमत पर भी सोना की ज्वैलरी मिले इसका भी ध्यान रखा गया है। गोल्ड ज्वैलरी की बात करें तो मिनिमम छह हजार रुपए से सोने के गहनों की शुरुआत होती है। इसमें हल्की अंगूठी, टॉप्स, नाक की कील आदि शामिल है। इसके अलावा साउथ इंडिया की टेंपल ज्वैलरी और मीनाकारी से बनी ज्वैलरी भी बाजार में उपलब्ध है। एक ग्राम के सोने व चांदी के सिक्के व नोट भी बाजार में है। वहीं अगर डायमंड ज्वैलरी की बात करें तो इसकी शुरुआत 10 हजार रुपए से हो जाती है। इसमें डायमंड रिंग, पेंडेंट सेट श्ामिल है।

दिवाली में 30 परसेंट फायदा

दिवाली पर सोना और चांदी दोनों की ही खरीददारी करने वालों को काफी अच्छा रिटर्न मिला है। बीते साल 27 अक्टूबर को दिवाली के मौके पर 10 ग्राम सोने के भाव 38,923 थे। वहीं इस बार सोने के भाव 51 हजार के करीब है। ऐसे में सोने में निवेश करने वालों को एक साल में ही 30 परसेंट के करीब फायदा हुआ है। वहीं चांदी की बात करें तो उसमें निवेश करने पर 35 परसेंट तक का फायदा बीते एक साल में हुआ है। बीते साल 27 अक्टूबर को दिवाली के मौके पर चांदी की प्रति किलो कीमत 46491 रुपए थी। जोकि इस साल दिवाली से ठीक पहले 63 हजार रुपए पार कर गई है।

अलग-अलग डिजाइन के सिक्के

धनतेरस और दिवाली के मौके पर सर्राफा बाजार में लक्ष्मी गणेश की आकृति वाले चांदी के सिक्के, यंत्र व मंत्र भी आए हैं। यह सिक्के 5 से 100 ग्राम तक वजन के हैं। इस बार 50-50 ग्राम के लक्ष्मी और गणेश के सिक्के भी आए हैं। जिनमें आकृति ज्यादा उभरी हुई है। इस वजह से यह पसंद भी खूब किए जा रहे है। इनके पीछे श्री यंत्र भी बना है और गणेश जी का मंत्र भी है।

Posted By: Inextlive