सुबह दिल्ली जाइए, शाम को लौट आइए
कानपुर (ब्यूरो)। रिवर्स शताब्दी के बाद कानपुराइट्स को आज से दिल्ली के लिए एक और ऐसी वीआईपी ट्रेन मिल गई। जिससे दिल्ली का सफर आप महज 4.30 घंटे में तय करेंगे। यानि कानपुर से सुबह दिल्ली जाइए और शाम को वापस कानपुर लौट आइए। मंडे को कानपुर सेंट्रल स्टेशन से नई वंदे भारत एक्सप्रेस को सांसद, विधायक व रेलवे अधिकारियों ने हरी झंडी दिखाकर दिल्ली के लिए रवाना किया। इस दौरान प्लेटफार्म एक पर जश्न का माहौल था। ढोल की गूंज के साथ लोग नाचने के साथ खुशियां मना रहे थे।
6.30 पर प्लेटफॉर्म एक पर आई
मंडे को वाराणसी से दिल्ली के लिए चलाई गई नई वंदेभारत एक्सप्रेस को स्पेशल टाइमिंग से चलाया गया था। जबकि 20 दिसंबर से यह ट्रेन अपने निर्धारित टाइम टेबल से चलेगी। मंडे को ट्रेन का कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर शाम 6 बजे प्लेटफार्म एक पर आना था और 6.15 पर रवाना हो जाना था। क्योंकि वाराणसी के बाद प्रयागराज स्टेशन में भी ट्रेन का वेलकम प्रोग्राम था। लिहाजा ट्रेन कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर शाम 6.30 पर प्लेटफार्म एक पर पहुंची और जनप्रतिनिधियों के ग्रीन सिग्नल देने के बाद 6.40 पर दिल्ली के लिए रवाना हुई।
20 दिसंबर से ट्रेन की रहेगी यह टाइमिंग
वाराणसी-नई दिल्ली वंदेभारत एक्सप्रेस मंगलवार छोडक़र हफ्ते में छह दिन चलेगी। ट्रेन 20 दिसंबर से वाराणसी से सुबह 6 बजे चलेगी। जोकि प्रयागराज में 7.34 बजे पहुंचेगी। कानपुर में यह सुबह 9.30 बजे पहुंचेगी। दिल्ली यह ट्रेन दोपहर 2.05 बजे पहुंचेगी। वापसी में यह नई दिल्ली से दोपहर 3 बजे चलेगी। जोकि कानपुर में शाम 7.12 बजे और प्रयागराज में रात 9.15 बजे पहुंचेगी।
प्रयागराज डिवीजन के एडीआरएम अजय राय ने बताया कि मंडे की दोपहर भाऊपुर से पं.दीनदयाल उपाध्याय तक एनसीआर रीजन के डीएफसी के लास्ट फेस का भी शुभारंभ किया गया। न्यू भाऊपुर गुड्स स्टेशन पर प्रोग्राम आयोजित किया था। जिसमें सांसद देवेंद्र सिंह भोले व राज्यमंत्री प्रतिभा शुक्ला ने न्यू भाऊपुर से पं.दीनदयाल उपाध्याय &मुगलसराय&य तक डीएफसी ट्रैक में गुड्स ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस फेस के शुभारंभ से दिल्ली-हावड़ा रूट की पैसेंजर्स ट्रेनों की चाल में काफी सुधार आएगा।
स्कूलों के बच्चे बने साझी
वाराणसी से दिल्ली वाया कानपुर होकर मंडे को चलाई गई नई वंदेभारत एक्सप्रेस ट्रेन में सफर करने के लिए बच्चों में काफी एक्साइटमेंट देखने को मिला। जिसको लेकर रेलवे ने सिटी के दो स्कूल जीडी गोयनका व ओंकारेश्वर सरस्वती इंटर कॉलेज के लगभग 100 से अधिक बच्चों को कानपुर से इटावा तक का सफर करने की अनुमति दे रखी थी। जिससे इस सुनहरे पल के साझी देश का भविष्य भी बन सके।
यूपी के परिवर्तन में कानपुर का सबसे ज्यादा योगदान
प्रोग्राम के दौरान सांसद देवेंद्र सिंह में कहा कि देश के परिवर्तन में यूपी और यूपी के परिवर्तन में कानपुर का योगदान सबसे अधिक होता है। देश की पहली वंदेभारत एक्सप्रेस ट्रेन भी वाया कानपुर चलाई गई थी। वहीं रेल पैसेंजर्स व कानपुराइट्स की सुविधा को देखते हुए एक और रिवर्स वंदेभारत एक्सप्रेस का संचालन मंडे से शुरु किया है।
कानपुर से ट्रेन में चढ़ा यह स्टॉफ
एसीएम संतोष त्रिपाठी ने बताया कि मंडे को शुभांरभ हुई वंदेभारत एक्सप्रेस में कानपुर से आरपीएफ के दो हेड कांस्टेबल को तैनात किया गया है। इसके अलावा ट्रेन में सफर करने वाली वूमेन गेस्ट के लिए दो टीटीई का वूमेन स्टॉफ, दो सीआईटी, दो वेलफेयर इंस्पेक्टर व एक रेलवे अधिकारी को पैसेंजर्स की सुविधा के लिए इटावा तक तैनात किया गया है। इटावा से ट्रेन में वहां का स्टॉफ चढ़ेगा। इस मौके पर सांसद सत्यदेव पचौरी, मेयर प्रमिला पांडेय के अलावा एमएलए महेश त्रिवेदी व रूमी हसन , डॉ। अंगद सिंह, डीआरएम हिमांशु बडोनी, डिप्टी सीटीएम आशुतोष सिंह, एसीएम संतोष कुमार त्रिपाठी समेत आदि अधिकारी मौजूद रहे।