स्मार्ट क्लासेस वाला जीआईसी पहला राजकीय कॉलेज होगा
- हाईटेक कंप्यूटर लैब भी बनाएगी माइक्रोसॉफ्ट, कंपनी के स्टाफ ने हाल ही में किया था इंस्पेक्शन
- नेशनल सेकेंड्री एजुकेशन कैंपन की एकाउंट आफिसर ने ट्वीट कर दी थी बदहाली की जानकारी - 50 हजार रुपए तक आता है शासन की ओर से ग्रांट - 12वीं क्लास तक कुल 498 छात्राएं पढ़ रही हैं KANPUR: चुन्नीगंज स्थित राजकीय बालिका इंटर कॉलेज यानि जीआईसी की दशा सुधारने वाली है। इसके लिए माइक्रोसॉफ्ट ने कदम बढ़ाए हैं। स्मार्ट क्लासेस के साथ कंपनी हाईटेक कंप्यूटर लैब बनाएगी। हाल ही में कंपनी के स्टाफ ने स्कूल का इंस्पेक्शन किया था। यहां पर कंप्यूटर पुराने होने की वजह से पढ़ाई नहीं हो पा रही थी। लेकिन अब जल्द यह परेशानी खत्म होगी। डीआईओएस ने दावा किया है कि यह जीआईसी पहला राजकीय कॉलेज होगा जहां स्मार्ट क्लासेस लगेंगी। जीआईसी को ही क्यों चुना?यह क्वैश्चन नेशनल सेकेंड्री एजुकेशन कैंपन की एकाउंट आफिसर नमिता सिंह से किया गया तो उन्होंने बताया कि उन्होंने कुछ दिनों पहले राजकीय विद्यालयों की बदहाली को लेकर ट्वीट किया गया था। उनके मुताबिक, इसके बाद माइक्रोसॉफ्ट टीम के सदस्यों ने नमिता से संपर्क किया और कुछ दिनों पहले टीम के सदस्यों ने शहर आकर इंस्पेक्शन किया।
कई कामों में स्मार्ट क्लासेस का यूजज्वाइंट एजुकेशन डायरेक्टर केके गुप्ता ने बताया कि जब जीजीआइसी में स्मार्ट क्लास संचालित होगी, तो इस क्लास का यूज स्टूडेंट्स और टीचर्स की ट्रेनिंग प्रोग्राम समेत अन्य कार्यों में किया जा सकेगा।
यह जिले का पहला राजकीय विद्यालय होगा, जहां पर स्मार्ट क्लास लगेंगी। इसके लिए कंपनी का स्टाफ टच में है। सतीश तिवारी, डीआईओएस 12वीं क्लास तक कुल 498 छात्राएं पढ़ रही हैं, सभी छात्राएं चाहती हैं कि वह स्मार्ट क्लास में पढ़ाई करें। शशिप्रभा दीक्षित, प्रिंसिपल