बोस्नियाई युगल ने 'जर्मन लड़की को गुलाम बनाया'
स्थानीय मीडिया ने अभियोक्ताओं के हवाले से कहा है कि वो जर्मन लड़की अब 19 साल की है और इस दौरान उसे लोगों से मिलने की इजाजत नहीं थी और न ही उसे स्कूल जाने दिया जाता था। उस लड़की को उस युगल से बचाकर एक सुरक्षित जगह ले जाया गया है मगर अधिकारियों का कहना है कि लड़की की शारीरिक और मानसिक स्थिति काफी खराब है।
पुलिस ने बोस्निया हर्जगोविना के तुजला क्षेत्र के उस युगल को गिरफ्तार कर दिया है। अधिकारियों को इस मामले की जानकारी उस युगल के एक पड़ोसी ने दी। पड़ोसी के मुताबिक उसने पहले भी पुलिस को इस बारे में बताया था मगर तब वह युगल उस लड़की को छिपाने में कामयाब रहा था।मिलेंको मरिनकोविच और उनकी पत्नी स्लावोका को उस लड़की के साथ अमानवीय बर्ताव करने कए आरोप में हिरासत में लिया गया। लड़की कलेसिजा नगर के पास एक जंगल में मिली जहाँ इस युगल ने उसे अधिकारियों से छिपाने की कोशिश में रखा था। जब वो लड़की अधिकारियों को मिली तो उसका वजन सिर्फ 40 किलोग्राम था।
लड़की की माँपुलिस प्रवक्ता अदमिर अर्नातोविच ने एफटीवी टेलीविजन को रविवार को बताया, "उन लोगों ने उस लड़की को बंधक बनाकर रखा, उसे लोगों से मिलने की अनुमति नहीं थी और न ही वह स्कूल जा सकती थी."
अधिकारियों के अनुसार उस युगल ने लड़की के साथ अमानवीय बर्ताव किया और प्रताड़ित किया। उस लड़की की माँ एक जर्मन नागरिक थी और एक समय उसने मिलेंको मरिनकोविच से शादी भी की थी। हालाँकि उस लड़की का पिता मरिनकोविच नहीं था।जाँचकर्ताओं ने माँ से भी पूछताछ की है और मामले के एक प्रत्यक्षदर्शी के अनुसार वो लंबे समय तक गाँव में रहती है मगर साथ ही जर्मनी और ऑस्ट्रिया भी जाती रहती हैं। एक पड़ोसी ने स्थानीय मीडिया को बताया कि एक बार उसने मिलेंको मरिनकोविच को लड़की को घोड़ा गाड़ी से बाँधकर उस पर चाबुक चलाते देखा और वो लड़की उसे खींचने की कोशिश कर रही थी। उसने कहा, "मैं उन्हें उस लड़की को मारते और भूखा रखते और नहीं देख सकता था."