गैंग्स ऑफ हनी ट्रैप कारोबारियों को बना रहे शिकार
- फोन पर लालच देकर बुलाना और फिर बेइज्जत करने के नाम पर रुपए ठगने का धंधा जोरों पर
- देर रात एसपी साउथ ने किया गिरोह का खुलासा, कुछ और मामले पुलिस की जानकारी में आए >kanpur@inext.co.in KANPUR : सिटी में गैंग्स ऑफ हनी ट्रैप एक्टिव है। इसकी नजर शहर के कारोबारियों पर होती है। बदनामी का डर दिखाकर कारोबारियों से लाखों रुपए वसूला जा रहे हैं। ऐसे ही एक रैकेट का खुलासा संडे को एक कारोबारी का शिकार बनाने के दौरान हुआ। पूछताछ में रैकेट के सदस्यों ने कई और कारोबारियों को हनी ट्रैप का शिकार बनाने की बात कबूली है। इस रैकेट में शामिल निलंबित सिपाही और महिला समेत तीन लोगों को अरेस्ट किया गया है। पुलिस ने गिरोह के फरार बदमाशों और एक महिला की तलाश शुरू कर दी है। पहला मामला : कारोबारी को किडनैप कर 3 लाख फिरौती लेना चाहते थेये मामला सैटरडे देर शाम का है। इसमें किदवई नगर निवासी लहसुन आढ़ती शिकार बना। आढ़ती मेराज अंसारी को महिला ने फोन करके बुलाया और कमरे में बंद कर लिया। इसी दौरान मुकेश श्रीवास्तव और इलियास अहमद वहां पहुंच गए। मुकेश निलंबित सिपाही था। खाकी का रौब दिखाते हुए उसने मेराज की जेब खाली कर ली। उसके बाद पांच लाख रुपए घर से मंगाने को कहा। न लाने पर कानूनी कार्रवाई और बेइज्जती का डर दिखाया। मेराज ने घर वालों से बात कराई तो सौदा तीन लाख में तय हो गया। जानकारी होने पर पुलिस ने पूरी गंभीरता के साथ सर्विलांस टीम को लगाया। लोकेशन ट्रेस होने की वजह से पुलिस ने न सिर्फ किडनैपर्स को अरेस्ट कर लिया। बल्कि मेराज को भी सकुशल छुड़ा लिया।
दूसरा मामला : डिफेंस के ऑफिसर का वीडियो बनाकर वसूल रहे रकम दूसरा मामला चकेरी इलाके का है। इसकी जानकारी पकड़े गए मुकेश ने पुलिस को दी है। इस मामले में शिकार बने थे शहर के एक रक्षा प्रतिष्ठान में नौकरी करने वाले अधिकारी। पुलिस के मुताबिक महिला से फोन करके शौक पूरा करने के नाम पर अधिकारी को बुलाया गया। मुकेश ने चोरी छिपे वीडियो बना लिया। तीन महीने पहले हुई इस वारदात के बाद कभी अधिकारी को रिपोर्ट दर्ज कराने के नाम पर तो कभी बदनाम करने के नाम पर रुपए लिए जा रहे थे। तीसरा मामला शू मर्चेट का होटल में वीडियो बनाकर लाखों रुपए ऐंठेइस मामले में प्रयागराज का एक शू मर्चेट शिकार बना है। कारोबार के सिलसिले में वह अक्सर उन्नाव और जाजमऊ आता है। शहर के एक होटल में रुकने के दौरान उसने एक कॉलगर्ल को बुलाया था। होटल के कमरे में उसकी अश्लील वीडियो बना ली गई। पुलिस सूत्रों की मानें तो ये मामला तीन महीने पहले का है। जिसमें मुकेश और उसके साथियों ने शू मर्चेट को बेइज्जत करने के नाम पर 10 लाख रुपए से ज्यादा ऐंठ लिए। पुलिस ने इस मामले में भी प्रयागराज के कारोबारी से काम शुरू किया है।
चेन सिस्टम से फंासते हैं शिकार गैंग के मास्टरमाइंड मुकेश का संपर्क सिटी के कई होटलों में हैं। खासकर जाजमऊ और चकेरी इलाके के होटलों में मुकेश का आना जाना है। वेटर और कर्मचारियों से संपर्क कर वह लोगों के शौक पूरे कराता था। इसी दौरान वह कारोबारियों को ब्लैकमेल करता था। एक बार मुकेश के चंगुल में फंसा कारोबारी निकल नहीं सकता था। वह कारोबारी भी लोगों को नंबर प्रोवाइड कराता था। एक बार गिरोह के रडार पर आने के बाद लोगों का निकलना मुश्किल हो जाता था। पहले भी विवादों में रहा है मास्टर माइंड सिपाही मुकेशकरीब एक साल पहले गोविंद नगर में तैनाती के दौरान नशेबाजी को लेकर पीले पुल के पास युवकों ने मुकेश ने जमकर पीटा था। गोविंद नगर में दो मीट दुकानदारों के बीच मारपीट हुई थी। जिसमें एक दुकानदार की तरफ से दूसरे दुकानदार को पीटने के बाद सरकारी पिस्टल तान दी थी। आरोपित सिपाही के खिलाफ तत्कालीन थाना प्रभारी संजीवकांत मिश्र ने उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट दी थी। आरोपित सिपाही का तबादला बिधनू हो गया था। चकेरी में रामादेवी चौकी में तैनाती के दौरान एक भाजपा नेता से मारपीट के मामले में वह निलंबित हुआ था।
तमंचा फैक्ट्री से अरेस्ट आरोपित के जरिए युवती आयी थी संपर्क में बीते नवंबर में बिधनू में एक अवैध तमंचा फैक्ट्री पकड़ी गई थी। उस समय थाना प्रभारी सुखराम रावत थे। पकड़े गए एक आरोपित की रिश्तेदार उसे छुड़ाने के लिए कई बार सिपाही मुकेश से मिली थी। सैटरडे को सिपाही के साथ पकड़ी गई युवती उसी तमंचा फैक्ट्री के आरोपित की रिश्तेदार है। उसका पति से तलाक का मुकदमा चल रहा है। एक महिला समेत तीन लोगों को जेल भेजा गया है। पूछताछ के दौरान कुछ जरूरी जानकारी मिली है। जिसके आधार पर काम किया जा रहा है। जल्द ही बड़े रैकेट का पर्दाफाश होगा। दीपक भूकर, एसपी साउथ