इंस्टाग्राम पर दोस्ती के बाद नाबालिग से हैवानियत
- काकादेव स्थित अपार्टमेंट में दरोगा की नाबालिग बेटी को क्रिसमस पार्टी के बहाने बुलाकर चार दोस्तों ने किया गैंगरेप
- गैंगरेप के बाद नाबालिग को बाबूपुरवा थाने के पास फेंककर भागे, छात्रा को इलाज के लिए हॉस्पिटल में कराया भर्ती - चार आरोपी बिगड़ैल और रसूखदार, दो पुलिस इंस्पेक्टर्स के बेटे, एक कारोबारी का और एक बड़े नेता का, सभी गिरफ्तार >kanpur@inext.co.inKANPUR: पॉवर, पैसा और पहुंच के नशे में चूर चार दोस्तों ने दरोगा की नाबालिग बेटी को पहले सोशल मीडिया के जरिए दोस्ती के जाल में फंसाया फिर हैवानियत की इंतेहां कर दी। कानून से बेखौफ चारों ने काकादेव स्थित एक अपार्टमेंट में पहले छात्रा के साथ गैंगरेप किया फिर उसे बाबूपुरवा थाने के बाहर फेंककर भाग गए। हैवानियत करने वालों में दो आरोपी तो पुलिस इंस्पेक्टर के बेटे हैं जबकि तीसरा कारोबारी का और चौथा एक कांग्रेस नेता का बेटा बताया जा रहा है। छात्रा की हालत ऐसी कि उसे फौरन पास के अस्पताल ले जाया गया। वहीं घटना की खबर से ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया।
दोस्ती का फायदा उठा दरिंदगीबाबूपुरवा थानाक्षेत्र में रहने वाले दरोगा की 15 साल की बेटी कौशलपुरी स्थित एक गर्ल्स कॉलेज में 11वीं की छात्रा है। उसकी दोस्ती दो महीने पहले ही गीता नगर स्थित आभा अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर-203 में रहने वाले अनुराग यादव से सोशल मीडिया के जरिए हुई थी। अनुराग प्राइवेट इंजीनियरिंग कॉलेज से बीटेक सेकेंड ईयर का छात्र है और अपार्टमेंट में किराए पर रहता है। छात्रा के पिता मुरादाबाद ट्रेनिंग पर गए थे। मंगलवार को क्रिसमस के मौके पर छात्रा घर से निकली। इसके बाद देर रात तक उसकी मां ने उससे संपर्क करने की कोशिश की लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला।
सुनकर उड़ गए होश देर रात वह लहूलुहान हालत में बाबूपुरवा थाने के पास पड़ी मिली। इसके बाद बाबूपुरवा की पुलिस ने पहले उसके परिजनों को सूचना दी। उसके बाद यशोदा नगर स्थित एक नर्सिगहोम में उसे इलाज के लिए भर्ती कराया। हालत में थोड़ा सुधार आया तो छात्रा ने जो कहानी बयां की उसे सुन परिजनों के साथ खुद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। आनन फानन में एसएसपी, एसपी वेस्ट समेत फोर्स सक्रिय हुआ। पुलिस गीतानगर में स्थित आभा अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर-203 में पहुंच गई। खून से सने बिस्तर और कपड़ेअपार्टमेंट में बिस्तर और आरोपियों के कपड़ों से छात्रा के साथ हुई हैवानियत का साफ तौर पर पता चल रहा था। वह खून से सनी थे। छात्रा के मुताबिक अनुराग और उसके तीन दोस्तों ने उसके साथ अपार्टमेंट में मंगलवार को कई बार गैंगरेप किया। इसके बाद उसे बाबूपुरवा थाने के पास फेंक गए। छात्रा की मां की तहरीर पर पुलिस ने अनुराग और उसके दोस्तों अभिषेक, जैकी और शुभम के खिलाफ गैंगरेप व पास्को एक्ट के तहत रिपोर्ट दर्ज की है। पुलिस ने बुधवार को सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया। जांच में पता चला कि अनुराग और अभिषेक के पिता भी पुलिस विभाग में ही कार्यरत हैं और बतौर इंस्पेक्टर दूसरे जिलों में तैनात हैं।
आरोपियों का प्रोफाइल मुख्य आरोपी- अनुराग यादव- बीटेक सेकेंड ईयर छात्र,पिता अवधेश यादव मूल निवासी जौनपुर, मौजूदा समय में देवरिया में बतौर इंस्पेक्टर तैनात अभिषेक - बीबीए सेकेंड ईयर छात्र, पिता रविंद्र कुमार, बनारस में बतौर इंस्पेक्टर तैनात जैकी दुबे- एमबीए छात्र, पिता अक्षयानंद दुबे भदोही में कारोबारी शुभम चौबे- एमबीए छात्र, पिता जय प्रकाश चौबे रॉबर्ट्सगंज में कांग्रेस के नेता ---------------------- वर्जन-रात डेढ़ बजे पुलिस को गैंगरेप की सूचना मिली थी। जो आरोप हैं उसमें प्रेम प्रसंग की बात भी सामने आई है। क्योंकि आरोपी के साथ पीडि़त छात्रा की काफी चैटिंग का रिकॉर्ड भी मिला है। मामले में तत्काल रिपोर्ट दर्ज कर चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
- संजीव सुमन, एसपी वेस्ट