जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में पीएमएसएसवाई के तहत 200 करोड़ की लागत से तैयार हो रहे सुपरस्पेशिएलिटी हॉस्पिटल में जरूरी उपकरणों की सप्लाई पर फंस गई है. एक तरफ जहां 28 दिसंबर को पीएम नरेंद्र मोदी इसका लोकार्पण करना हैलेकिन इसका संचालन उपकरण और कर्मचारियों की नियुक्ति नहीं होने से फंस सकता है. अस्पताल में जरूरी काफी उपकरण अभी भी नहीं आ सके हैं वजह राज्य सरकार के हिस्से से 30 करोड़ रुपए नहंी मिलना है. जिसकी वजह से केंद्र सरकार की संस्था एलएलएल इंफ्राटेक लिमिटेड ने उपकरणों की सप्लाई से हाथ खड़े कर दिए हैं.

कानपुर (ब्यूरो) उपकरण मद में राज्य सरकार से 30 करोड़ रुपए मिलने का इंतजार है। मालूम हो कि इस अस्पताल के निर्माण में केंद्र सरकार की 60 फीसदी तो यूपी सरकार की 40 फीसदी हिस्सेदारी है। सुपर स्पेशिएलिटी हॉस्पिटल के लिए स्पेशलिस्ट डॉक्टर, नर्सिंग और पैरामेडिकल स्टॉफ और फोर्थ क्लास स्टाफ को लेकर भी शासन से अभी कोई स्वीकृति नहीं मिली है। मेडिकल कॉलेज की ओर से अस्पताल के संचालन के लिए 500 से ज्यादा पदों के लिए प्रस्ताव भेजा गया है।

कैसे चलेगी ओपीडी
ऐसे में 28 को अगर लोकार्पण होता है तो बिना मैनपावर के अस्पताल में ओपीडी भी नहीं चल सकेगी। इस अस्पताल के लिए अलग से सबस्टेशन का निर्माण भी नहीं शुरू हो सका है। कॉलेज की ओर से इसके लिए 13.62 करोड़ रुपए से सबस्टेशन निर्माण का प्रपोजल भेजा था,लेकिन शासन की पहल पर सबस्टेशन की बजाय वैकल्पिक व्यवस्था के तहत अस्थाई कनेक्शन दिया गया है।

Posted By: Inextlive