आप शॉपिंग कीजिए, सेफ्टी हमारी जिम्मेदारी
- दो महीने से ज्यादा बंद रहे फर्नीचर बाजार में बिक्री ने फिर पकड़ी रफ्तार, फर्नीचर स्टोर्स में पहुंचने लगे खरीददार
- कोरोना इंफेक्शन से बचने से के लिए भी हर इंतजाम, डिलीवरी से पहले फर्नीचर को किया जा रहा सेनेटाइजKANPUR: रोस्टर के हिसाब से ही सही, लेकिन मार्केट अब पूरी तरह से अनलॉक हो चुकी है। शोरूम और दुकानें खुलने से बिक्री रफ्तार पकड़ने लगी है। वहीं बाजारों में दुकानदार और शोरूम ओनर्स कोरोना वायरस से बचाव के लिए अब एक्सट्रा अलर्ट नजर आ रहे हैं। उन्होंने वायरस से बचाव को लेकर कई इंतजाम किए है। कानपुर के प्रमुख फर्नीचर बाजारों में शोरूम ओनर्स कस्टमर्स को आकर्षित करने के साथ सुरक्षा का भरेासा देने के लिए फर्नीचर को सेनेटाइज करा कर डिलीवर कर रहे हैं। कस्टमर्स को फाइनेंस की फैसेलिटी के साथ ईजी ईएमआई ऑप्शन भी दिए जा रहे हैं। साथ ही पेमेंट मोड को भी डिजिटल कर दिया है।
बदला खरीददारी का तरीकालॉकडाउन के दौरान फर्नीचर कारोबार भी बुरी तरह से प्रभावित हुआ। सहालग के वक्त पर जब फर्नीचर की काफी खरीददारी होती है। ऐसे वक्त में कोरोना संकट की वजह से दो महीने तक फर्नीचर कारोबार पूरी तरह से बंद रहा। फर्नीचर बाजार की बंदी का इंपैक्ट इससे जुड़े दूसरे व्यवसायों पर भी पड़ा। जैसे प्लाईवुड, मैट्रेस, गद्दे, फोम और हार्डवेयर की बिक्री भी प्रभावित रही। एक तरह से फर्नीचर बाजार को बंदी से कोलेर्टल डैमेज झेलना पड़ा। वहीं लॉकडाउन हटने के बाद अब धीरे-धीरे हालात बदल रहे हैं। रोस्टर के मुताबिक शॉप खोलने के बाद भी अब कस्टमर्स आने लगे हैं। हालांकि अब खरीददारी के तरीकों में काफी बदलाव भी आया है। लोग फोटोज देख कर या शोरूम का वर्चुअल टूर करके भी अपने पसंद का फर्नीचर चुन सकते हैं।
फर्नीचर की बिक्री वाले प्रमुख इलाके -80 फीट रोड, रामकृष्ण नगर, गोविंद नगर चावला मार्केट, जीटी रोड, हीरागंज --- (वर्जन- दुकानदार) हालात अब सुधर रहे हैं। हालाकि पहले जैसी बात नहीं रही। बिक्री का एक सीजन निकल चुका है। वायरस से बचाव के लिए शोरूम में हर संभव इंतजाम किए हैं। - अब कस्टमर्स आ रहे हैं। हालात नार्मल होने में कुछ वक्त लगेगा। शोरूम को सेनेटाइज कराते हैं साथ ही कस्टमर्स की इंट्री से पहले उनका टैम्प््रोचर भी चेक कराते हैं। - लॉकडाउन की वजह से फर्नीचर कारोबार सबसे ज्यादा प्रभावित रहा है। अब हालात सुधर रहे हैं। खरीददार मार्केट आने लगे हैं। हम भी पूरी सावधानी बरत रहे हैं। -