पॉल्यूशन से दोस्त को हुई लंग्स की बीमारी तो बना डाला ऑक्सीजन ट्री
कानपुर (ब्यूरो)। चेन्नई से बीटेक के दौरान मेरे साथ पढऩे वाले एक दोस्त को दूसरे साल में लंग्स की बीमारी हो गई। कुछ दिन इलाज के बाद डॉक्टर ने उसको कंपलीट बेड रेस्ट बताया। पाल्यूशन के कारण हुई लंग्स की बीमारी ने मेरे दोस्त की पढ़ाई को छुड़वा दिया। बस उस दिन के बाद से मंैने ठान लिया था कि क्यों ने कोई ऐसा प्रोडक्ट लांच किया जाए जो कि एयर को प्योर करने का काम करे। बस मेरी इसी जिद से आज मेरी कंपनी द्वारा बनाया गया एयर प्यूरीफायर 22 पेड़ों जितनी आक्सीजन रिलीज और 06 पेड़ों जितनी सीओ2 को आब्जर्व करता है। यह कहानी है चेन्नई से बीटेक करने वाले इंद्रन और अतुल की। 2021 में बीटेक करने के बाद लगभग 1.5 साल तो नौकरी की। बाद में अपने दोस्त की प्राब्लम को साल्व करने के लिए जुट गए एयर प्यूरीफायर बनाने में। इनके प्रोडक्ट को लोग आर्टिफिशियल ट्री के नाम से बुलाते हैैं। इसका दिल्ली और चेन्नई में ट्रायल किया गया है जो कि सक्सेस रहा है।
आईआईटी कानपुर से इंक्यूबेट कराई कंपनी
बीटेके पूरा होने के बाद इंद्रन और अतुल ने आईआईटी कानपुर के स्टार्टअप इनोवेशन एंड इंक्यूबेशन सेंटर (एसआईआईसी) से अपनी कंपनी को इंक्यूबेट कराया। कंपनी के इंक्यूबेट होने के बाद खुद की नॉलेज और एसआईआईसी के सपोर्ट से प्रोडक्ट बनाने में जुट गए। लगभग एक साल की मशक्कत के बाद प्रोडक्ट को मार्केट में लांच किया। 450-500 स्क्वायर फीट एरिया कवर करने वाले प्यूरीफायर की कीमत 25000 रुपए है।
इसे स्टार्टअप कंपनी की ओर से डेवलप किया गया। प्रोडक्ट केवल एयर को प्यूरीफाई ही नहीं करता बल्कि कई सारी इंफार्मेशन भी देता है। इस प्रोडक्ट के टॉप पर एक स्क्रीन लगी हुई है, जिसमें एक्यूआई, टेंपरेचर, सीओ2, आक्सीजन और पीएम 2.5 पार्टिकल्स की मौजूदगी भी पता चलती रहती है। इसके अलावा मोबाइल एप पर भी आप यह सब जानकारियां ले सकते हैैं। इसके अलावा एप पर यह भी पता चलता रहेगा कि कितनी आक्सीजन रिलीज हुई और कितनी सीओ2 को एब्जार्व किया गया। सीओ2 को एब्जार्व करने की वजह से यह गर्मी के सीजन में टेंपरेचर को भी कम करने का काम करता है।
खुद से बनाया फिल्टर
इस प्रोडक्ट में एक स्पेशल फिल्टर का यूज किया गया है, जिसे बायोटेक फिल्टर कहा जाता है। इस फिल्टर को आईआईटी की हेल्प से डिजाइन किया गया है। इस प्रोडक्ट को लेने के बाद साल में एक बार फिल्टर को बदलना पड़ता है। इस काम के लिए अगर आप एएमसी लेते हैैं तो उसकी कीमत 8000 रुपए है। बताते चलें कि इस स्टार्टअप को करने के लिए इंद्रन और अतुल ने आठ लाख सालाना पैकेज की नौकरी छोडक़र खुद का स्टार्टअप शुरू किया है।
यह एयर प्यूरीफायर इनडोर यूज के लिए बनाया गया है। इसको क्लासरुम, लैब, होटल, आफिस और लॉबी आदि में रखा जा सकता है। इसके अलावा कंपनी ने छोटे रुम (90 स्क्वायर फीट) के लिए एक छोटा प्यूरीफायर भी बनाया है, जिसकी कीमत 2200 से 2500 रुपए के बीच है।