फ्रीडा की 'तृष्णा'
तृष्णा को लेकर फ्रीडा कहती हैं, ''मुझे तृष्णा जैसी फ़िल्म का ही इंतज़ार था। ये फ़िल्म आपको मजबूर करती है कि आप बौतर कलाकार अपनी हर सीमा को तोड़ दें और एक नए क्षितिज को छूने की कोशिश करें। जब मेरे सामने इस फ़िल्म को करने का प्रस्ताव रखा गया तो मैंने झट से हां कर दी.''
इस फ़िल्म के लिए फ्रीडा का कोई ऑडिशन नहीं हुआ। वो कहती हैं, ''मुझे लगा था कि फ़िल्म में अपने रोले के लिए मुझे ऑडिशन देना होगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। माइकल ने मेरे ऐजन्ट से संपर्क किया और कहा कि वो मुझे तृष्णा में रोले देना चाहते हैं.''तृष्णा के निर्देशक माइकल विंटरबॉटम की तारीफ़ करते हुए फ्रीडा कहती हैं, ''माइकल बहुत ही सुलझे हुए इंसान हैं। उनके बारे में जो बात मुझे सबसे अच्छी लगती है वो ये कि वो अपने पर्यावरण के प्रति बहुत ही संवेदनशील हैं इसलिए वो सेट पर ऐक्टर को लम्बी-लम्बी स्क्रिप्ट देकर कागज़ की बर्बादी नहीं करते। और वो सेट पर ही किसी भी सीन को सुधारने में यकीन रखते हैं.''
साथ ही फ्रीडा को माइकल की एक और बात भी बहुत अच्छी लगती है। वो कहती हैं, ''माइकल भले ही आपसे ज़्यादा कुछ न कहें लेकिन अगर उन्होंने आपको अपनी फ़िल्म में लिया है तो इसका मतलब ये कि उन्हें आप पर पूरा विश्वास है। और ये बात किसी भी कलकार के लिए बहुत उत्साहवर्धक होती है.'' फ्रीडा ने डैनी बॉयल की फ़िल्म 'स्लमडॉग करोड़पति' से अंतर्राष्ट्रीय ख्याति बटोरी थी।