कन्या सुमंगला में भी फर्जीवाड़ा
- 258 अपात्रों को पात्र बना कर दिलाया लाभ, सीडीओ की जांच में हुआ खुलासा
KANPUR: शादी अनुदान योजना और पारिवारिक लाभ योजना में फर्जीवाड़े के बाद अब शासन की कन्या सुमंगला योजना में भी बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है। सीडीओ डॉ। महेंद्र कुमार की ओर से करवाई गई जांच में कई अफसर और कर्मचारी दोषी पाए गए हैं। जिन पर अब कार्रवाई की तलवार लटक गई है। जांच में अब तक 258 अपात्रों को इस योजना का लाभ दिए जाने की जानकारी सामने आई है। इसमें इन अपात्रों के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज होगा। सीडीओ ने शहरी क्षेत्र में रिपोर्ट लगाने वाले लेखपाल और अन्य अफसरों की सूची एसडीएम से मांगी है। साथ ही रूरल एरियाज में पंचायत सचिवों की सूची भी बीडीओ से मांगी है। किनको मिलता है लाभइस योजना का लाभ ऐसे परिवारों को मिलता है। जिनकी एनुअल इंकम तीन लाख रुपए तक है। साथ ही परिवार में एक अप्रैल या उसके बाद दो बच्च्चयों का जन्म हुआ है। उन्हें मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना का लाभ मिलता है। बच्च्चयों की पढाई में सरकारी मदद मिलती है।
ज्यादा इंकम वालों को भी बनाया पात्रसीडीओ की ओर से करवाई गई जांच में जानकारी मिली कि 258 अपात्रों को गलत तरीके से पात्र बनाया गया। जिनकी आय चार से पांच लाख थी। उनकी बेटियों को भी इस योजना का लाभ दिलाया गया। मालूम हो कि पहले 20 अपात्रों के सामने आने के बाद सीडीओ ने इस योजना के लिए आए सभी 1200 से ज्यादा फार्मो की जांच कराई थी। इस इस मामले में राजस्व विभ्ज्ञाग के अधिकारियों, लेखपालों, पंचायत सचिवों के खिलाफ कार्रवाई होना तय है।