असोम के प्री एक्टिवेटेड सिम से हो रहा फ्राड
- संडे को पकड़े गए एटीएम लुटेरों ने खोला साइबर फ्रॉड का राज
- ट्रक ड्राइवर प्री एक्टिवेटेड सिम पहुंचाने का करता है काम -02 मोबाइल से 15 सौ से अधिक सिमकार्ड चलाए गए -02 हजार किमी दूरी तय करके लाए जाते है प्री एक्टिवेटेड सिमकार्ड >kanpur@inext.co.in KANPUR : जिले में हरियाणा, राजस्थान के साथ असोम से साइबर ठगी की वारदातों को अंजाम दिया जा रहा है। कभी बैंक ऑफिसर बनकर तो कभी ईनाम का लालच देकर फ्राड करने वाले खून पसीने की कमाई को पलक झपकते ही अपने खाते में ट्रांसफर कर रहे हैं। संडे को हरियाणा के मेवात निवासी दो सगे भाइयों को पुलिस ने अरेस्ट किया था। पूछताछ में उन्होंने पुलिस को महत्वपूर्ण जानकारियां दी हैं। कई नंबर पता चले जिन्हें सर्विलांस पर लेकर छानबीन की गई। सामने आया कि आनलाइन फ्राड के अधिकांश मामलों में जो नंबर मिले ज्यादातर असोम के हैं।पुलिस को मिली लीड
पुलिस ने अपनी जांच का दायरा बढ़ाया तो चकेरी में पकड़े गए हैकरों से भरतपुर के गैंग के सक्रिय होने का इनपुट मिला। छानबीन में सामने आया कि भरतपुर के सक्रिय गैंग के सदस्य कभी बैंककर्मी बनकर तो कभी कस्टमर केयर अधिकारी आदि बनकर लोगों की जीवन भर की कमाई लूट रहे हैं। प्रीएक्टीवेटेड सिमकार्ड का यूजपुलिस की छानबीन में सामने आया कि ऑनलाइन फ्राड करने वाले शातिर लोगों को कॉल करने के लिए फेक आईडी पर एक्टिवेट किए जाने वाले सिमकार्ड का यूज कर रहे हैं। छानबीन में पुलिस को कई आईएमईआई नंबर मिले है। एक मोबाइल के दो आइएमईआई नंबरों का ब्योरा निकाला गया तो होश उड़ गए। बीते साल भर के भीतर उन दोनों आइएमईआइ नंबरों पर 15 सौ से अधिक सिमकार्ड चलाए गए। पुलिस का मानना है कि ये किसी मोबाइल दुकानदार का मोबाइल है। जो इसका इस्तेमाल सिमकार्ड एक्टीवेशन में करता है।
बॉक्स ट्रक ड्राइवर पहुंचा रहा है प्रीएक्टीवेटेड सिम पुलिस का मानना है कि असोम आने जाने वाले गिरोह के सदस्य किसी ट्रक ड्राइवर के संपर्क में है। जो दो हजार किलोमीटर से ज्यादा दूरी 35 से 40 घंटे में तय करके असोम आता जाता है और दुकानदार से प्रीएक्टीवेटेड सिमकार्ड लाकर गिरोह के सदस्यों को मुहैया कराता है। इसकी एवज में गिरोह के सदस्य उसे मोटी रकम देते हैं। यह तरीके कर रहे इस्तेमाल - पेमेंट करने के बहाने - कस्टमर केयर कॉल - बैंक अधिकारी बनकर - ऑन लाइन साइट - सस्ते दामों पर सामान की बिक्री - क्यूआर कोड स्कैन करा करऑनलाइन फ्राड करने वाले राजस्थान के गैंग के सक्रिय होने की जानकारी मिली है। कुछ लोगों को ट्रेस किया गया है। अरेस्टिंग के लिए टीम रवाना की जाएगी। वहीं प्रीएक्टीवेटेड सिम बेचने वाले दुकानदार को भी ट्रेस किया जा रहा है।
- दीपक भूकर, एसपी साउथ