जीएसवीएम के सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में मेडिसिन की फीडिंग में खेल करने वाले चार फार्मासिस्ट्स की सेवाएं समाप्त करते हुए बर्खास्त कर दिया गया है. ये सभी आउटसोर्स कंपनी के माध्यम से तैनात किए गए थे. थर्सडे को कानपुर के प्रभारी मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी ने निरीक्षण के दौरान इनका खेल पकड़ा था. मरीजों को दी जा रही अधूरी दवाएं स्टाक के खेल और दवा वितरण में धांधली पर फार्मासिस्ट एकता आर्या सुशीला निमिषा त्रिपाठी और कौशलेंद्र प्रताप ङ्क्षसह परमार को हटाने के निर्देश दिए थे. जिसके बाद फ्राइडे को चारों फार्मासिस्ट की सेवा समाप्त कर दी गई है. वहीं स्थायी रूप से तैनात दो फार्मासिस्ट पर फैसला तीन सदस्यीय कमेटी की रिपोर्ट के बाद होगा.


कानपुर (ब्यूरो) जीएसवीएम मेडिकल कालेज के प्रिंसिपल प्रो। संजय काला ने बताया कि आउटसोर्स पर कार्य कर रहे फार्मासिस्टों पर कार्रवाई की जा चुकी है। दवाइयों की डाटा फीडिंग में गड़बड़ी, फार्मासिस्टों के खराब बर्ताव और मरीजों को बाहर से दवाएं खरीदने के लिए भेजने के मामले को प्रभारी मंत्री ने गंभीरता से लिया था। मंत्री के निर्देश पर प्रिंसिपल ने तत्काल तीन सदस्यीय जांच कमेटी का भी गठन कर दिया था। हैलट के एसआईसी प्रो। आरके मौर्या की अध्यक्षता में सीएमएस डा। शुभ्रांशु शुक्ला, मेडिसिन के प्रोफेसर और ड्रग स्टोर के नोडल अफसर डा। एसके गौतम को तीन दिन में रिपोर्ट सौंपनी है।

Posted By: Inextlive