3जून को नई सड़क और बेकनगंज में हुई हिंसा के मामले में पुलिस ने पूर्व सपा नेता को अरेस्ट कर लिया. निजाम कुरैशी नाम का यह शख्स भी पुलिस के मुताबिक हिंसा का मास्टर मांइड है. जफर हयात हाशमी के साथ ही निजाम कुरैशी ने भी 3 जून को बंद बुलाया था. बंद के बाबत 1 जून को अकबर आजम हाल में हुई मीटिंग भी निजाम कुरैशी ने ही बुलाई थी. खास बात यह है कि हिंसा वाले दिन निजाम कुरैशी पुलिस के साथ ही दिखाई दिया थालेकिन देर रात जब एफआईआर दर्ज की गई तो उसे भी आरेापी बनाया गया था. सैटरडे को पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. नई सड़क में हुई हिंसा के मामले में पुलिस ने अब तक 55 लोगों को गिरफ्तार किया है. निजाम कुरैशी का नाम हिंसा के मुख्य आरोपियों में शामिल किया गया है.


कानपुर (ब्यूरो) निजाम कुरैशी समाजवादी पार्टी का महानगर सचिव होने के साथ ही ऑल इंडिया जमीयतुल कुरैश एक्शन कमेटी नाम का संगठन भी चलाता है और उसका अध्यक्ष है। हालांकि सपा के पदाधिकारी बताते हैं कि इसे 22 मई को ही पार्टी से निष्कासित किया जा चुका है। खास बात यह है कि 3 जून को जब हिंसा हुई तो निजाम कुरैशी सदभावना चौकी पर पुलिस के साथ ही मौजूद था। जिसकी फोटो उसने अपनी फेसबुक प्रोफाइल पर भी शेयर की थी। वहीं देर रात जब पुलिस ने बवाल को लेकर 36 लोगों को नामजद करते हुए एफआईआर दर्ज की गई तो उसमें निजाम कुरैशी का नाम भी शमिल किया गया।

पूरी प्लानिंग में रहा शामिल
पुलिस के मुताबिक निजाम कुरैशी बंद और हिंसा को लेकर हुई पूरी प्लानिंग में शामिल था। एक जून को अकबर आजम हाल में मीटिंग हुई थी। जिसमें बंदी को लेकर फैसला लिया गया था। वह मीटिंग निजाम ने ही बुलाई थी। हयात और निजाम ने मिल कर बंद का आह्वान किया था। वह इस बाबत हुई सभी मीटिंगों में जफर हयात और हाफिज फैसल जाफरी के साथ मौजूद रहा था। अब निजाम कुरैशी की गिरफ्तारी के बाद पुलिस उससे पूछताछ कर रही है।

Posted By: Inextlive