पूर्व फुटबॉल कोच बाल यौन शोषण के दोषी
68 वर्षीय सैन्डुस्की ने 15 वर्षों के दौरान 10 बच्चों के साथ यौन शोषण के 48 आरोपों से इनकार किया था। माना जा रहा है कि वे दोषी ठहराए जाने के फैसले के खिलाफ अपील करेंगे। ये भी हो सकता है कि उन्हें अब अपनी पूरी जिंदगी जेल में ही काटनी पड़े।
पेन्सिलवेनिया के बेलफोन्टे में चल रहे मुकदमे के दौरान जूरी ने दूसरे दिन विचार-विमर्श के बाद ये फैसला सुनाया। पिछले साल नंबवर में उनकी गिरफ्तारी के बाद पेन्सिलवेनिया के पेन स्टेट यूनिवर्सिटी में बड़ा स्कैंडल हो गया था। इस स्कैंडल के कारण अध्यक्ष और चर्चित फुटबॉल कोच जो पटेर्नो को भी पद से हटा दिया गया था। सैन्डुस्की के खिलाफ फैसला आने के बाद उनकी जमानत रद्द कर दी गई और उन्हें तुरंत ही हिरासत में ले लिया गया।आरोपबेलफोन्टे की अदालत में मौजूद बीबीसी संवाददाता केट डेली का कहना है कि जब सैन्डुस्की को अदालत से ले जाया जा रहा था, तो उन्होंने अपने परिजनों की तरफ हाथ हिलाया। उन्होंने बताया कि अदालत के बाहर बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे और सैन्डुस्की को दोषी ठहराए जाने का उन्होंने स्वागत किया।
इस जूरी में सात महिलाएँ और पाँच पुरुष शामिल थे। दो दिनों में 21 घंटे चले विचार-विमर्श के बाद उन्होंने यह फैसला किया। सैन्डुस्की पर आरोप है कि उन्होंने उन बच्चों के साथ यौन दुर्व्यवहार किया, जो उनकी चैरिटी संस्था सेकेंड माइल के माध्यम से उनसे मिले थे। इस चैरिटी का गठन उन्होंने खतरों से घिरे युवकों के लिए किया था।
उन पर आरोप है कि उन्होंने इन बच्चों का यौन शोषण अपने घर, घोटल और पेन स्टेट के एथलेटिक्स केंद्र पर किया। करीब दो सप्ताह तक चले इस मुकदमे में 18 से 28 साल के आठ लोगों ने गवाही दी।