ईद के दूसरे दिन रविवार को चिडिय़ाघर दर्शकों की चहलकदमी से रौनक बनी रही. पूरे दिन में 5400 टिकट बिकीं और प्रशासन को करीब साढ़े तीन लाख रुपये की आय हुई. रविवार को सुबह से मौसम अच्छा रहने से कानपुर सहित आसपास के जिलों से लोग परिवार सहित चिडिय़ाघर में वन्य जीवों को देखने पहुंचे.


कानपुर (ब्यूरो)। ईद के दूसरे दिन रविवार को चिडिय़ाघर दर्शकों की चहलकदमी से रौनक बनी रही। पूरे दिन में 5400 टिकट बिकीं और प्रशासन को करीब साढ़े तीन लाख रुपये की आय हुई। रविवार को सुबह से मौसम अच्छा रहने से कानपुर सहित आसपास के जिलों से लोग परिवार सहित चिडिय़ाघर में वन्य जीवों को देखने पहुंचे। बच्चे शेर, बाघ, तेंदुआ, गैंडा, हिरण, सांभर को देखकर खुश नजर आए।भालू खाएगा आइसक्रीम


आप बच्चों के साथ चिडिय़ाघर जाएं और वहां पर भालू आइसक्रीम, रसीले फल खाते हुए और पक्षी ग्लूकोज पीते हुए दिख जाएं तो हो सकता है कि आप चौंक जाएं। जी हां, चिडिय़ाघर प्रशासन ने वन्य जीवों को तरोताजा रखने के प्रबंध किए हैं। शेर, बाघ, तेंदुआ, भालू, सांभर, सारस सहित विभिन्न प्रजातियों के पक्षियों के लिए एक मई से नए चार्ट के आधार पर वन्य जीवों को रसीले फल खरबूजा, तरबूज, मौसमी, खीरा, ककड़ी सहित अन्य आहार उपलब्ध कराए जाएंगे। मांसाहारी जानवरों के खाने में मांस की मात्रा घटाई गई है। बाड़ों में पंखे और कूलर लगाए जा रहे हैं।गर्मी से जानवर भी परेशान

अप्रैल में तापमान 42 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने से आम जनमानस के साथ जानवरों को भी गर्मी ने परेशान कर दिया है। चिडिय़ाघर के प्रशासनिक अधिकारी रेंजर नवेद इकराम और महेश तिवारी ने जानवरों को गर्मी से बचाने के लिए बाड़े में कूलर, तालाबों में पानी और पानी फेंकने वाले पंखों का प्रबंध किया है। प्रभारी पशु चिकित्साधिकारी डा। अनुराग ङ्क्षसह, डा। नासिर और डा। नितेश कटियार ने शाकाहारी व मांसाहारी जानवरों के खाने में बदलाव किया है। जानवरों को खाने में रसीले फल दिए जा रहे हैं। ताकि उनके शरीर में पानी की कमी न हो। निदेशक केके ङ्क्षसह ने बताया कि वन्य जीवों को गर्मी से बचाने के लिए तैयारियां पूरी हो चुकी हैं।

Posted By: Inextlive