जिंदा जल गईं 5 जिंदगी
कानपुर(ब्यूरो)। रूरा के हारामऊ गांव में शनिवार रात दिल दहला देने वाले हादसे में आग में जलकर पूरा परिवार खत्म हो गया। बंजाराडेरा में झोपड़ी में लगी आग में पति-पत्नी और तीनच्बच्चे जिंदा जल गए। चीखपुकार सुन झोपड़ी के पीछे हिस्से में सो रही दुधमुंहीच्बच्ची व उसकी मां को बचाने आई महिला झुलस गई लेकिन उन्हें सकुशल बाहर निकाल लिया। ग्रामीणों ने फायर ब्रिगेड और पुलिस के साथ मिलकर जब आग बुझाने का प्रयास किया लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी। हादसे की जानकारी पाकर डीएम नेहा जैन व एसपी बीबीजीटीएस मूर्ति भी मौके पर पहुंचे और परिजनों का सांत्वना दिया। फोरेंसिक टीम ने पुलिस के साथ मिलकर घटनास्थल पर जांच की और साक्ष्य एकत्र किए।
जब मंत्री ने दिया भरोसा
शुरुआती जांच में शॉर्ट सर्किट से आग लगने की आशंका जताई गई है पर विस्तृत जांच के बाद ही पुष्ट तौर पर कुछ कहा जा सकेगा। वहीं हादसे के बाद परिजन और ग्रामीण मुआवजे की मांग पर अड़ गए। पंचनामे की कार्रवाई भी नहीं करने और न शव उठने दिए। राज्यमंत्री अजीत पाल परिजनों को मनाने पहुंचे और वरिष्ठ अधिकारी भी जुटे। काफी देर समझाने के बाद मामला शांत हुआ। परिवार को अंतिम संस्कार के लिए तुरंत 20 हजार नकद दिए और पांच लाख रुपए का मुआवजा समेत कृषि योग्य जमीन व अन्य लाभ दिए जाने का आश्वासन दिया गया।
हारामऊ गांव के बंजाराडेरा में प्रकाश, पत्नी रेशम, 29 वर्षीय बेटे सतीश नायक, उसकी पत्नी 26 वर्षीय काजल, सात वर्षीय बेटा सनी, छह वर्षीय संदीप व चार वर्षीय बेटी गुडिय़ा के साथ रहते हैं। शनिवार रात को खाना खाने के बाद प्रकाश और पत्नी रेशम बाहर नीम के पेड़ के पास सो रहे थे। वहीं बाकी लोग अंदर झोपड़ी में सो रहे थे। उसी झोपड़ी में पीछे के हिस्से में सतीश की बहन नीतू अपने चार दिन के नवजाच्च्बच्चे के साथ लेटी थी। देर रात करीब दो बजे झोपड़ी में अचानक से आग लग गई। चीखपुकार मची तो प्रकाश व रेशम की नींद खुली। देखा कि छप्पर से ऊंची लपटें उठ रहीं हैं। हिम्मत कर झोपड़ी के सामने बने बरामदे से रेशम सीधे अंदर गई और बेटी नीतू व उसके नवजाच् बच्चे को किसी तरह से बाहर निकाला इससे वह झुलस भी गईं।
मौके पर पहुंचे डीएम, एसपी
चीख पुकार सुनकर पड़ोसी भी जुट गए। आग इतनी भयावह थी कि सतीश उसकी पत्नी च् बच्चे बाहर नहीं निकल सके। आग से झोपड़ी नीचे गिरने से पांचों की ङ्क्षजदा जलकर मौत हो गई। सूचना पर फायर ब्रिगेड की दो गाडिय़ां भी पहुंची और आग को बुझाया। डीएम नेहा जैन व एसपी बीबीजीटीएस मूर्ति भी पहुंचे और प्रकाश से घटना की जानकारी ली पर वह आग लगने का कारण नहीं बता सके। झुलसी रेशम को जिला अस्पताल भेजा गया। इधर रविवार सुबह घरवाले और ग्रामीण मुआवजे की मांग पर अड़ गए। शव के पोस्टमार्टम से पहले पंचायतनामा की कार्यवाही से इन्कार कर दिया। पहले एसडीएम फिर सीओ मनाते रहे लेकिन बात नहीं बनी। राज्यमंत्री अजीत पाल पहुंचे और परिवार से बात कर हर संभव मदद दिलाने का आश्वासन दिया। इसके बाद परिजन शांत हुए।
पुलिस टीम के साथ फोरेंसिक ने भी मौके पर पहुंच जांच की है। प्रारंभिक जांच में शार्ट सर्किट की बात सामने आई लेकिन विस्तृत जांच रिपोर्ट के बाद ही सही कारण सामने आ सकेगा।
बीबीजीटीएस मूर्ति, एसपी