न्यूयार्क में मस्जिद और मंदिरों पर हमले
कुईंस के इलाक़े में अज्ञात हमलावरों ने दो मंदिरों, एक इस्लामिक सेंटर और अन्य जगहों पर पेट्रोल बम फेंके। ये इलाक़ा एशिया, अफ्रीका और लातिन अमरीका के मूल निवासियों की रिहाईशगाह है.हालांकि इन हमलों में संपत्ति का नुक़सान हुआ है लेकिन किसी भी व्यक्ति के घायल होने या मौत की ख़बर नहीं है।
गिरफ़्तारीपुलिस मामले की खोजबीन कर रही है लेकिन अभी तक किसी की गिरफ़्तारी नहीं हुई है। कुईंस में मौजूद शिया मुसलमानों की बड़ी मस्जिद और ख़ुई सेंटर के मौलाना अल सेहलानी ने मिडिया को बताया कि रविवार देर रात अल ख़ुई सेंटर के मुख्य द्वार पर कुछ अज्ञात लोगों ने बोतलें फेंकी जिसके बाद दरवाज़े में आग लग गई और सेंटर को नुक़सान पहुंचा।मौलाना अल सेहलानी का कहना था कि रात की नमाज़ के बाद के वक़्त क़रीब 80 लोग परिसर में मौजूद थे लेकिन किसी को भी किसी तरह का नुक़सान नहीं पहुंचा है।
दूसरा हमला स्थानीय समय के मुताबिक़ रात क़रीब साढ़े दस बजे इसी इलाक़े में मौजूद एक मंदिर पर किया गया जिससे मंदिर के दरवाज़े में आग लग गई जिसने बाद में पड़ोस के घर को भी नुक़सान पहुंचाया। न्यूयार्क से हसन मुजतबा का कहना है कि हिंदू धार्मिक स्थल के तौर पर प्रयोग किए जाने वाले एक मकान पर भी हमला किया गया।
हमलान्यूयार्क पुलिस का कहना है कि सभी हमलों में एक कॉफ़ी ब्रांड की बोतलों का प्रयोग किया गया है। पुलिस ये जांच कर रही है कि ये मामला कहीं 'हेट क्राइम' का तो नहीं।इधर न्यूयार्क के मेयर माइकल ब्लूमबर्ग ने इन हमलों की निंदा करते हुए कहा है, "जिसने भी ये हमले जिस इरादे से किए हैं उसने ये न्यूयार्क की भावना के ख़िलाफ़ किया है जिसे हम सबने मिलकर बनाया है."पुलिस ने हमले से प्रभावित भवनों और पास के इलाक़े में कड़े बंदोबस्त कर दिए हैं और वो निगरानी के लिए लगाई जाने वाली विडियो फ़ुटेज हासिल करने की कोशिश कर रही है।हमलों से एक दिन पहले ही कुछ मुस्लिम संस्थाओं ने मेयर के उस भोज का बायकाट किया था जिसमें सभी धर्मों के लोगों को आमंत्रित किया गया था। मुस्लिमों का कहना है कि पुलिस समुदाय के विरूद्ध विशेष क़िस्म की निगरानी कर रही है।