- विमेंस डे पर दैनिक जागरण आईनेक्स्ट नारी द फाइटर कैंपेन की फाइटर्स का पीएसआईटी में सम्मान

- ग‌र्ल्स के साथ शेयर किए अपने एक्सपीरियंस, आगे बढ़ने और सफलता पाने के लिए दिए कई टिप्स

KANPUR: इंटरनेशनल विमेंस डे के मौके पर दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की ओर से पीएसआईटी ऑडिटोरियम में ऐसी नारी 'द फाइटर्स' का सम्मान किया गया हुआ। जिन्होंने अपने जज्बे और लगन से एक मुकाम हासिल किया और आज वह सैकड़ों लड़कियों के लिए प्रेरणास्त्रोत बन गईं हैं। उन्होंने पीएसआईटी में पढ़ने वाली ग‌र्ल्स के साथ अपने एक्सपीरियंस भी शेयर कर उन्हें मोटीवेट भी किया। ग‌र्ल्स ने भी इन फाइटर्स के साथ इंट्रैक्शन किया। एक बड़ी बात जो इस पूरे सेशन से निकल कर आई वो यह थी कि आज की नारी सिर्फ इतना कह रही है कि हमें बराबरी से चलने का रास्ता दें। हम अपना मुकाम खुद हासिल कर लेंगे।

अपने पोटेंशियल को पहचानो

एसपी साउथ अर्पणा गुप्ता ने कहा कि विमेंस डे सेलीब्रेट करने की जरूरत ही क्या है। महिलाएं खुद की शक्ति को पहचाने। लड़कियां अपने कंफर्ट जोन से बाहर निकले। मैंने इंजीनियरिंग की, इसके बाद एक बड़ी कंपनी में नौकरी करने लगी, लेकिन मेरा ड्रीम इन सबसे बड़ा था। जिसके लिए मैने अपनी नौकरी छोड़ी और आईपीएस बनी। आपको अपना पोटेंशियल पहचानना होगा। अपनी लिमिट को एक्सपेंड करना होगा। लाइफ लंबी है। उसे एज बैरियर में बाधित नहीं करना है। अपने एक्सपीरियंस शेयर करते हुए उन्होंने कहा कि इंडियन पुलिस अकादमी में ट्रेनिंग के पहले महीने में ही मुझे अस्पताल में भर्ती होना पड़ा। मेरा बैच मुझसे ट्रेनिंग के मामले में कई महीने आगे निकल गया। सीनियर्स ने मुझे अगले साल आने के लिए कहा,लेकिन मैंने हार नहीं मानी। जब हमारे बैच की ट्रेनिंग पूरी हुई तब मैं टॉपर्स में श्ामिल थी।

मौका देने वाली बने

वहीं एंटरप्रेन्योर मनीषा बाजपेई ने अपने संबोधन में ग‌र्ल्स को परिवार और प्रोफेशन में बैंलेंस बनाने के लिए कहा, क्योंकि यह बेहद जरूरी है। साथ ही लड़कियों को हमेशा अपनी गर्दन ऊंची रखनी चाहिए। सोसाइटी में ऐसा क्यों सोचते हैं कि लड़कियों को इक्वल माना जाए। आप बराबर ही है। उन्होंने यह भी कहा कि खुद कुछ बनने के बाद दूसरों को भी आगे बढ़ाने का मौका दें। लड़कियां दूसरों को मौका देने वाली बने। जिससे पूरा समाज आगे बढ़ सके।

अब सशक्त हैं महिलाएं

पीसीएस अफसर और स्टेट जीएसटी डिपार्टमेंट में असिस्टेंट कमिश्नर ममता उपाध्याय ने माना कि मौजूदा दौर में महिलाएं सशक्त हुई हैं, लेकिन आज भी कई चैलेंजेस हैं। उन्होंने कहा कि संघर्ष कर किसी की लाइफ में आता है। किसी असफलता से निराश होने की जरूरत नहीं है। स्ट्रगल्स आएंगे, लेकिन उससे हार मान कर रुकना नहीं है। हमेशा आगे बढ़ना है। यह 21वीं सदी है और हम नारियों की ही सदी होने वाली है।

सहना नारी का गहना

यूपी पुलिस में इंस्पेक्टर नेशनल शूटर रंजना गुप्ता ने भी पीएसआईटी ऑडिटोरियम में ग‌र्ल्स स्टूडेंट्स में सामने अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि सहना नारी का गहना होता है। आपका स्ट्रगल अगर अच्छा है तो लोग आपको फॉलो भी करते हैं। उन्होंने कहा कि एक वक्त पर मेरे घर में आग लग गई। इस दौरान शूटिंग की मेरी सारी गन जल गई। मेरे पास नेशनल शूटिंग चैंपियनशिप में शामिल होने तक के लिए भी एक गन नहीं बची, लेकिन मैने हार नहीं मानी। कई महीने बिना प्रैक्टिस के बाद भी, उधार पर गन लेकर चैंपियनशिप में शामिल हुई। जब चैंपियनशिप खत्म हुई तो मुझे ब्रांज मेडल हासिल हुआ।

खुद ले इनीशिएटिव

क्लीनिकल साइकोलॉजिस्ट डॉ.अराधना गुप्ता ने ग‌र्ल्स के साथ इंटरैक्शन किया। इस दौरान उन्होंने लड़कियों कई सवालों के जवाब भी दिए। इस दौरान उन्होंने कहा कि सोसाइटी में महिलाएं बराबर ही हैं। फिर भी सिक्योरिटी प्वाइंट पर मीजर्स लेने की जरूरत है। ग‌र्ल्स को खुद बड़ी चीजों के लिए इनीशिएटिव लेना होगा। बड़े सपने देखने होंगे और उन्हें पूरा भी करना होगा।

8 मार्च डे ऑफ ह्यूमैनिटी

पीएसआईटी की मैनेजिंग डायरेक्टर शेफाली राज ने कहा कि मेंस डे क्यों नहीं होता। विमेंस डे ही क्यों। पुरुष सरप्रेस्ड नहीं है और हम तब तक इंटरनेशनल विमेंस डे मनाते रहेंगे जब तक हर एक लड़की सुरक्षित न हो जाए। हमारे लिए 8 मार्च विमेंस डे की बजाय इंटरनेशनल ह्यूमैनिटी डे की तरह है। हमारे लिए रास्ते खोले। सिर्फ हमें बराबर मान ले। हम मुकाम हासिल करने की हिम्मत रखते हैं।

अपनी पर्सनैलिटी अपग्रेड करे

दैनिक जागरण आईनेक्स्ट के इस प्रोग्राम में एंटरपे्रन्योर शीतल शुक्ला ने भी पार्टिसिपेट किया। इस दौरान उन्होंने सभी ग‌र्ल्स स्टूडेंट्स को खुद को अपग्रेड करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि यह सदी लड़कियों की ही है। ऐसे में आगे बढ़ने के लिए स्टेप ले। बड़े सपने देखे। अड़चने आती रहेंगी। उनसे हार न माने, डट कर लड़े।

इन फाइटर्स का हुआ सम्मान-

- अपर्णा गुप्ता, आईपीएस एसपी साउथ

- ममता उपाध्याय, असिस्टेंट कमिश्नर,स्टेट जीएसटी

- रंजना गुप्ता, नेशनल शूाटर

- मनीषा बाजपेई, एंटरप्रेन्योर

- डॉ.अराधना गुप्ता, चाइल्ड क्लीनिकल साइकोलॉजिस्ट

- शीतल शुक्ला, एंटरप्रेन्योर

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प्रोग्राम का संचालन एंकर शिवम शुक्ला ने किया। इस दौरान पीएसआईटी कालेज ऑफ हायर एजुकेशन की डायरेक्टर डॉ.शिवानी कपूर व डीन स्टूडेंट अफेयर्स एंड कल्चरल हेड रूपा भल्ला भी प्रमुख रूप से मौजूद रहीं। इंटरनेशनल विमेंस डे पर दैनिक जागरण आईनेक्स्ट के नारी द फाइटर कैंपेन की पीएसआईटी के चेयरमैन प्रणवीर सिंह ने भी सराहना की।

Posted By: Inextlive