रेलबाजार थाना क्षेत्र में जीआरपी बैरक के पीछे प्लास्टिक गोदाम में भीषण आग लग गई. आग की ऊंची ऊंची लपटों को देखकर आसपास रहने वालों में दहशत फैल गई. जानकारी होते ही जीआरपी इंस्पेक्टर फोर्स लेकर बचाव लिए पहुंच गए. थाना पुलिस ने दमकल जवानों को बुलवाकर आग बुझाने की मशक्कत की. चार घंटे में फायर ब्रिगेड की नौ गाडिय़ों ने आग पर काबू पाया. एक बार फिर रेजीडेंशियल इलाके में बने गोदाम की वजह से लोगों की जान खतरे में फंस गई. समय रहते आग पर काबू पा लिया गया.

कानपुर (ब्यूरो) सिविल लाइन निवासी समीर शाह का कानपुर सेंट्रल स्टेशन के कैंट साइड एक हाते में सेलो कंपनी के प्लास्टिक की बोतल और टिफिन का गोदाम है। यहां समीर के तीन गोदाम हैैं। शनिवार सुबह करीब 11 बजे गोदाम से धुआं निकलता देख कर इलाके के लोगों ने गोदाम मालिक और फायर ब्रिगेड को सूचना दी। कुछ ही देर में आग विकराल हो गई और भीषण लपटें बाहर तक आने लगीं। इससे आसपास के लोग दहशतजदा हो गए और बाहर निकल आए।

जीआरपी मौके पर पहुंची
जानकारी होते ही जीआरपी इंस्पेक्टर राम कृष्ण दिवेदी और रेल बाजार थाना प्रभारी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। करीब आधा घंटे बाद फायर ब्रिगेड भी पहुंच गई। तब तक आग विकराल रूप धारण कर चुकी थी। लाटूश रोड, मीरपुर और कैंट फायर स्टेशन से आठ गाडिय़ां मौके पर पहुंची और चार घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।

अंदर जाने का रास्ता नहीं
मौके पर पहुंचे मीरपुर फायर स्टेशन के अग्निशमन अधिकारी केके सिंह ने बताया कि हाते के अंदर जाने का रास्ता नहीं होने की वजह से अग्निशमन कर्मचारियों ने बाहर से हौज रोल लगाकर आग बुझाने का काम शुरू किया। चार घंटे बाद आग पर काबू पाया जा सका। केके सिंह ने बताया कि जांच की जा रही है कि रिहायशी इलाके में गोदाम कैसे बनाया गया। साथ ही आग के दौरान आग बुझाने के यंत्र गोदाम में मौजूद थे या नहीं।

Posted By: Inextlive