दुर्घटना होने से पहले ट्रेन रोक देगा 'फीबा'
- ट्रेन के व्हीकल व शॉकर स्प्रिंग में खामी आने पर डिवाइस करेगी अलर्ट
- कोच का प्रेशर अपने-आप निकल जाएगा, ट्रेन अपने आप रुक जाएगी KANPUR: ट्रेन की जर्नी को पहले से और ज्यादा सुरक्षित बनाने के लिए रेलवे ने बड़ा कदम उठाया है। रेलवे के इंजीनियर्स की ओर से तैयार की गई छोटी सी डिवाइस अब आपकी जर्नी पहले से अधिक सुखद और सुरक्षित बनाएगी। रेलवे ने नए एलएचबी कोच में फेल्योर इंडिकेशन कम ब्रेक एप्लीकेशन 'फीबा' डिवाइस लगाई है। जो कोच के एयर स्प्रिंग प्रेशर के कम और ज्यादा होने पर गार्ड और ड्राइवर को अलर्ट करने के साथ कोच की प्रेशर सप्लाई बंद कर देगा। इससे ट्रेन अपने-आप खड़ी हो जाएगी। कैसे काम करती है यह डिवाइस?रेलवे आफिसर्स के मुताबिक, स्प्रिंग में तकनीकी खराबी आने पर कोच का प्रेशर सप्लाई बंद हो जाएगी। इससे रेल इंजन प्रेशर नहीं लेगा और ट्रेन अपने आप खड़ी हो जाएगी। उन्होने बताया कि एक एलएचबी कोच में दो फीबा डिवाइस लगाई जा रही है। जो कोच का प्रेशर कम होने पर रेड लाइट भी जला देगा। इससे गार्ड व ड्राइवर को कोच के व्हीकल में आई खामी का पता चल जाएगा। जिससे समय रहते हादसों को टाला जा सकेगा।
श्रमशक्ति में लगेगी डिवाइसप्रयागराज डिवीजन के पीआरओ अमित मालवीय ने बताया कि प्रयागराज डिवीजन, लखनऊ समेत कई डिवीजन की प्रमुख ट्रेनों के कोचों में यह डिवाइस लगाने का काम शुरू हो गया है। कानपुर से दिल्ली के बीच चलने वाली श्रमशक्ति एक्सप्रेस के एलएचबी कोचों में भी फीबा डिवाइस लगाने की अनुमति दे दी गई है। श्रमशक्ति एक्सप्रेस के हर कोच में दो डिवाइस लगाई जा रही हैं।
60 के कॉशन में चलाना होगा रेलवे आफिसर के मुताबिक, खामी की जानकारी ट्रेन के ड्राइवर व गार्ड को होने के बाद उन्हें जानकारी कंट्रोल रूम में देनी होगी। खामी का मेंटीनेंस न कर पाने की स्थिति में ड्राइवर को 60 किमी प्रति घंटे की स्पीड से ट्रेन को चला कर अगले स्टॉपेज तक ले जाने का आदेश दिया जाएगा। जिससे कोई हादसा न हो। कहां-कहां लग चुकी डिवाइस? - प्रयागराज डिवीजन की 3 ट्रेनों में लगाई जा चुकी डिवाइस - कानपुर से चलने वाली 1 ट्रेन में डिवाइस लगाई जा रही - एक कोच में 2 डिवाइस लगाई जाएंगी - 48 से अधिक प्रयागराज डिवीजन की ट्रेनों में लगनी है डिवाइस - 10 लाख से अधिक पैसेंजर को मिलेगी रिलीफट्रेन की जर्नी को पहले की अपेक्षा और सुरक्षित बनाने के लिए फीबा डिवाइस एलएचबी कोचों में लगाई जा रही है।
अमित मालवीय, पीआरओ, प्रयागराज डिवीजन