फ़ोन हैकिंग पर एफ़बीआई की जांच
न्यूज़ कॉरपोरेशन पर आरोप है उसके अख़बार 'न्यूज़ ऑफ़ द वर्ल्ड' ने 9/11 के हमलों के पीड़ितों के फ़ोन रिकॉर्ड हासिल करने की कोशिश की थी। ये आपराधिक जांच अमरीका में कई सीनेटरों की मांग के बाद शुरू हुई है।
अमरीकी कांग्रेस के सदस्य रिपब्लिकन पार्टी के पीटर किंग ने एफ़बीआई के निदेशक रॉबर्ट म्यूलर को ख़त लिखकर उन आरोपों की जांच किए जाने की मांग की थी जिनमें 'न्यूज़ ऑफ़ द वर्ल्ड' पर 9/11 हमलों के पीड़ितों के फ़ोन रिकॉर्ड हासिल करने की कोशिश करने की बात सामने आई थी।अमरीका के न्याय विभाग ने इस मुद्दे पर टिप्पणी करने से इंकार किया है। न्याय विभाग की ट्रेसी स्कमेलर ने बीबीसी को बताया,"न्याय विभाग किसी जांच पर टिप्पणी नहीं करता हालांकि जैसे ही हम किसी ग़लत काम को देखते हैं तो उसके ख़िलाफ़ कार्रवाई शुरू कर देते हैं."पीटर किंग की मांगजांच की मांग करने वाले कांग्रेस के सदस्य पीटर किंग अमरीकी सदन की होमलैंड सुरक्षा समिति के चेयरमैन हैं और न्यूयॉर्क की नुमाइंदगी करते हैं। पीटर किंग ने बीबीसी को बताया, "ऐसा विचार मात्र भी निंदनीय है कि उन हमलों में मारे गए लोगों या उनके परिवारों वालों के फ़ोन की हैकिंग हुई थी." उन्होंने अपने आरोप के विषय में किसी सीधे सबूत की मौजूदगी पर बात करने से इंकार किया। किंग ने कहा, "ऐसे आरोप हैं और मैं चाहता हूं कि एफ़बीआई इनकी जांच करे। मैं कोई निष्कर्ष नहीं निकाल रहा."
उधर लंदन में न्यूज़ कॉर्पोरेशन ने कहा है कि कंपनी के शीर्ष अधिकारी रुपर्ट मर्डोक और उनके पुत्र जेम्स मर्डोक ब्रितानी संसद की मीडिया मामलों की समिति के समक्ष पेश होने को तैयार हैं।समिति मर्डोक से उनके स्वामित्व वाले अख़बार 'न्यूज़ ऑफ़ द वर्ल्ड' से जुड़े फ़ोन हैकिंग मामले के बारे में अगले सप्ताह पूछताछ करेगी। उल्लेखनीय है कि मर्डोक इस अख़बार को बंद कर चुके हैं।