आईआईटी कानपुर के रिसर्च स्कॉलर भीम सिंह के पिता बोले मेरा 'हीरा' चला गया और कोई कुछ बता नहीं रहा।

KANPUR: आईआईटी कानपुर के विजिटर हॉस्टल के एक रूम में बैठे 68 साल के करन सिंह बेसुध दिखे। वहां आसपास बैठे लोगों ने कई बार उनको पुकारा, लेकिन उनके मुंह से एक शब्द नहीं निकलाउनकी चुप्पी तोड़ने के लिए जब सबने उनको झकझोर दिया तो कुछ देर बाद मुंह से सिर्फ यही निकला कि, मेरा 'हीरा' चला गयाकरन सिंह के 'दर्द' का अंदाजा आप सिर्फ ये जानकार लगा सकते हैं कि वो आईआईटी कानपुर के उस रिसर्च स्कॉलर के पिता हैं, जिसने वेडनेसडे को अपने रूम में फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया था। थर्सडे को भीम सिंह के पिता करन सिंह और दो भाई आईआईटी कानपुर पहुंचे। इस दौरान कैंपस को देखते ही वो भीम के एक दोस्त के कंधे पर हाथ रख रुंधे हुए गले से बोले, एडमिशन कराने आया था, अब लाश लेकर जा रहा हूंएक पिता जिनका होनहार बेटा इस दुनिया से हमेशा के लिए उनको छोड़कर चला गया उसके मुंह से ये शब्द सुनते ही वहां खड़े आईआईटी के प्रोफेसर और स्टूडेंट्स भी अपने आप को रोक न सके और उनकी आंखों में भी आंसू आ गए।

 

ट्यूजडे को बात की थी

वेडनेसडे रात साढ़े आठ बजे करन सिंह को आईआईटी कानपुर मैनेजमेंट की ओर से फोन पर सूचना दी गई कि उनके बेटे भीम सिंह ने अपने रूम में फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया। उनके दूसरे बेटे और भीम सिंह के भाई कैलाश ने दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट से बातचीत के दौरान कहा कि ये सुनते ही वो जमीन पर गिर पड़े। किसी को कुछ समझ में नहीं आया कि क्या हुआ? भीम सिंह के भाई कैलाश कुमार ने बताया कि वो बहुत खुशमिजाज था और उसने मंगलवार को पापा से खूब बात की थी। उसने ये भी कहा कि पापा पढ़ाई पूरी होते ही मुझे बहुत अच्छी जॉब मिल जाएगी। फिर हम और आप खूब घूमेंगे। आपकी हर ख्वाहिश पूरी करूंगा, आप चिंता मत करना

 

ऐसा क्या हो गया था बेटा

भीम सिंह के भाई कैलाश सिंह और दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट रिपोर्टर से बातचीत के दौरान कई बार उनके पिता करन सिंह ने रिपोर्टर की ओर देखा, लेकिन चाहकर भी कुछ बोल नहीं पा रहे थे। सेंट्रल जीएसटी से करीब 8 साल पहले रिटायर हुए करन सिंह नम आंखों से एक बार अचानक बोल पड़े कि ऐसा क्या हो गया कि मेरा बेटा हमेशा के लिए मुझसे दूर चला गया? बोले, मैंने जब बेटे के रूम पर जाने की बात कही तो किसी ने कह दिया कि रूम पुलिस ने सील कर दिया है।

 

मां से नहीं हो पाई थी बात

भीम सिंह के बड़े भाई कैलाश ने बताया कि ट्यूजडे दोपहर उसका मोबाइल पर फोन आया तो भाई होशियार सिंह की शादी के लिए उसके सीवी पर लंबी बातचीत हुई। उसने व्हाट्सएप पर होशियार की शादी का सीवी तैयार किया और भेज दिया। अप्रैल के फ‌र्स्ट वीक में घर आया था तब भी बहुत खुश दिखा। मंगलवार को मां राजवती से कोई बात नही हो पाई थी। वो घर में काम कर रही थीं तो भीम सिंह ने पिता से कहा कि मां से फिर फोन करके बात करूंगा। कैलाश ने बताया कि चार भाइयों में सबसे छोटा था भीम। सबका बहुत चहेता था, इसलिए हर कोई यही जानना चाह रहा है कि आखिर ऐसा क्या हो गया कि उसने सुसाइड करने जैसा कदम उठा लिया।

Posted By: Inextlive