बिल्हौर में ट्रेन से कटकर पिता-पुत्र की मौत
कानपुर (ब्यूरो)। बिल्हौर में रेलवे ट्रैक पार करते समय पिता-पुत्र की मौत हो गई। दवा लेने के बाद शॉर्टकट के चक्कर में रेलवे ट्रैक पार करके पिता-पुत्र जा रहे थे। इस दौरान गुजर रही एक्सप्रेस ट्रेन की चपेट में आने से दोनों की मौत हो गई। बिल्हौर पुलिस ने परिजनों को सूचना दी तो परिवार में कोहराम मच गया।
गठरी में बांधकर ले जाना पड़ा शव
बिल्हौर के रहमतपुर गांव में रहने वाले 40 साल के सर्वेश गौतम किसान थे। भाई मनोज के मुताबिक, 9 साल के भतीजे अमन को तीन दिन से बुखार आ रहा था। मंगलवार दोपहर सर्वेश भतीजे अमन को साथ लेकर दवा दिलाने बीबीपुर स्थित नर्सिंग होम गए थे। वहां मौजूद डॉक्टरों ने अमन को कानपुर ले जाने की सलाह दी थी। इस पर भाई सर्वेश अमन को लेकर कानपुर जा रहे थे। इस बीच शॉर्टकट के चक्कर में रेलवे लाइन पार करके जीटी रोड पर आ रहे थे। इसी दौरान कन्नौज की ओर जा रही कासगंज कानपुर एक्सप्रेस ट्रेन की चपेट में आने से सर्वेश और उनके बेटे अमन की मौत हो गई।
ट्रेन की टक्कर से दोनों शव हो गए क्षत विक्षत
हादसा देख आस पास के लोगों ने कंट्रोल रूम को सूचना दी, वहीं ट्रेन के ड्राइवर ने भी हादसे की जानकारी रेलवे कंट्रोल को दी। उसके बाद मौके पर पहुंचे रेलवे कर्मी को मेमो देकर ट्रेन को कानपुर के लिए रवाना किया गया। हादसा इतना खतरनाक तरीके से हुआ कि दोनों के शव क्षत-विक्षत हो गए। पुलिस को गठरी में बांधकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजना पड़ा। 200 मीटर की दूरी पर पिता पुत्र के शव देख हर आंख नम हो गई। हादसे की जानकारी मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया। बिल्हौर पुलिस के साथ ही परिवार के लोग भी मौके पर पहुंचे और शव की शिनाख्त की। जांच-पड़ताल के बाद पुलिस ने दोनों के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
पुलिस की जांच में सामने आया कि हादसे के शिकार सर्वेश की पत्नी सोनी का 3 साल पहले ही बीमारी से निधन हो चुका है। परिवार में चार बेटे अमित, अंकित, अतुल हैं। जबकि पिता के साथ अमन की भी हादसे में मौत हो गई। क्योंकि ट्रेन आने की भनक दोनों को नहीं लगी या फिर ऐसा क्या हुआ कि दोनों की मौत हो गई। पुलिस सुसाइड वाले एंगल पर भी जांच कर रही है। लेकिन परिवार के लोगों ने इस बात को सिरे से खारिज किया है।